भिलाई। जगदगुरू शंकराचार्य महाविद्यालय में विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर ब्लेंडेड मोड से वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में सेठ रत्न चंद सुराना महाविद्यालय के सेवानिवृत प्राचार्य एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. डी. आर. भावनानी ने प्रमुख वक्ता के रूप में शिरकत की। उन्होंने ‘‘औपचारिक रोजगार के माध्यम से सामाजिक न्याय की प्राप्ति” पर अपने विचार रखे। डॉ भावनानी ने संविधान के अनुरूप सामाजिक न्याय की अवधारणा, जन्म, जाति एवं धर्म के आधार पर समानता संबंधी महत्वपूर्ण बिंदुओं को स्पष्ट किया। उन्होंने सामाजिक न्याय संबंधी विभिन्न अनुच्छेदों की जानकारी दी। आपने समान कार्य, समान वेतन, समान अवसर आदि विषयों पर चर्चा की तथा औपचारिक व अनौपचारिक रोजगार में विभेद भी बताया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. व्ही. सुजाता ने अध्यक्षीय उद्बोधन में औपचारिक रोजगार का अर्थ कंपनी अधिनियम एवं श्रम कानूनों जैसे विनियमों के अंतर्गत लाकर उनके कर्मचारियों को संभावित रूप से सामाजिक सुरक्षा एवं न्याय प्रदान कैसे करना है, स्पष्ट किया।
महाविद्यालय के सी.ओ.ओ. डॉ. दीपक शर्मा ने वेबिनार के विषय की सराहना की। संचालन सा.प्रा. सुगंधा अनवेकर ने किया। सहायक प्राध्यापक अमिता जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सभी सहायक प्राध्यापक ने अपनी सहभागिता दी एवं प्रशिक्षार्थियों ने वक्तव्य को ध्यान पूर्वक सुनकर आत्मसात किया।