राजनांदगांव। नव दुर्गा के महत्व का वर्णन करती नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर महाविद्यालय में अंतर विभागीय जस गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मातारानी की पूजा करके किया गया। यह आयोजन महाविद्यालय के शिक्षा विभाग, वाणिज्य संकाय एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम संयोजक विजय मानिकपुरी सहायक अध्यापक( शिक्षा विभाग) ने कहा कि आस्था, भक्ति, विश्वास एवं सभी का जीवन, पावन, सलिल शीतल, भरोसे से फलीभूत नवरात्रि पर्व के इस महत्वपूर्ण दिवस पर शिक्षा विभाग द्वारा यह जसगीत प्रतियोगिता का आयोजन से विद्यार्थियों में सनातन संस्कृति के प्रति पूजन पद्धति का विकास करना एवं अपनी परंपरा से परिचित होना रहा।
प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है,समस्त कामनाओं की पूर्ति सुख, सौभाग्य की प्राप्ति के लिए नवरात्रि में माता के रूपों की आराधना की जाती है, और उनका स्मरण करने के लिए ही जसगीत प्रतियोगिता का आयोजन महाविद्यालय में किया गया जिससे छात्रों में आनंद और उत्साह का संचार हुआ है।
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ. मनीष जैन ने कहा कि नवदुर्गा स्वरूप वर्तमान समाज में पूजन की आवश्यकता है, और माता के भक्ति वातावरण में सेवा करना लोगों में संस्कार जागृत करना होता हैl लोगों में आस्था भक्ति प्रेम विश्वास धैर्य व प्रसंता को उजागर करने में इस प्रकार के प्रतियोगिता एवं कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जसगीत प्रतियोगिता के निर्णायक राधे लाल देवांगन (सहायक प्राध्यापक) एवं विजय मानिकपुरी (सहायक अध्यापक) के संयुक्त निर्णय में प्रथम स्थान प्रांजल ,अनिल शिरीष (चतुर्थ सेमेस्टर) समूह रहा। द्वितीय स्थान जीमेल, देवेश, प्रिया समूह का रहा एवं तृतीय स्थान लोकेश्वर, रीमा, विभा समूह ने प्राप्त किया।