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स्वरूपानंद महाविद्यालय में ‘शिक्षण अधिगम प्रक्रिया’ पर कार्यशाला

May 4, 2022
Workshop on teaching aid at SSSSMV

भिलाई। स्वरूपानंद महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया पर छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे बीएड द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियो ने विभिन्न विधियो, शिक्षण तकनीक, शिक्षण प्रणालियो, शिक्षण सूत्र पर अपना प्रस्तुतीकरण दिया। शिक्षण विधि एवं शिक्षण कौशल के व्यावहारिक ज्ञान हेतु इस छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिससे प्रशिक्षणार्थी शिक्षण अवलोकन एवं अभ्यास शिक्षण के पूर्व विभिन्न शिक्षण विधियो को कब, कैसे एवं किस प्रकार उपयोग के लाया जाता है, सहायक शिक्षण सामग्री का सही तरह से उपयोग करना सीख सकें। साथ ही शिक्षण कौशलो के प्रस्तुतीकरण द्वारा वे विभिन्न शिक्षण कौशल जैसे- श्यामपट्ट का उपयोग कैसे करे, प्रस्तावना कौशल, प्रश्न पूछने का कौशल, उद्दीपन परिवर्तन कौशल, प्रश्न पूछने का कौशल, पाठ समापन कौशल का सही तरीके से उपयोग कर सके एवं भविष्य मे एक अच्छे एवं प्रशिक्षित शिक्षक बन सके।
कार्यक्रम के उद्देश्यो पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी डॉ दुर्गावती मिश्रा ने कहा कि इस कार्यशाला के द्वारा बीएड प्रशिक्षणार्थीयो को शिक्षण अभ्यास एवं शाला अवलोकन के पूर्व विभिन्न शिक्षण विधियो से अवगत करवाया जा रहा है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि आज शिक्षक की भूमिका समाज मे महत्वपूर्ण है एक प्रशिक्षित शिक्षक समाज को सही दिशा एवं मार्गदर्षन दे सकता है और राश्ट्र के निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाता है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि कार्यशाला के आयोजन से विद्यार्थियो में शिक्षण कौशल एवं शिक्षण अभियोग्यता का निर्माण कर सकते है।
शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अजरा हुसैन ने कहा कि इस प्रकार के कार्यशाला द्वारा विद्यार्थियो में आत्मविश्वास की भावना का विकास कर सकते है तथा उनमे विभिन्न शिक्षण कौशलो का विकास कर सकते है।
सहायक प्राध्यापक डॉ शैलजा पवार ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियो का चार सदस्यो के समूह मे किसी एक शिक्षण विधी का प्रस्तुतीकरण करना है, प्रस्तुतीकरण के पश्चात् प्रश्नोत्तरी सत्र के दौरान उस शिक्षण विधि से संबंधित प्रशिक्षणार्थियो का शंका समाधान किया गया।
सहायक प्राध्यापक डॉ पूनम शुक्ला ने कहा कि इस प्रकार से विद्यार्थी सभी शिक्षण विधियो एवं षिक्षण कौशलो में पारंगत होंगे।

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