दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 21 सितम्बर को कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में किया गया। मुख्य अतिथि की आसंदी से विचार व्यक्त करते विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरुणा पल्टा ने कहा कि शासन की समस्त के विभिन्न महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रमों की क्रियान्वयन राष्ट्रीय सेवा योजना की महती भूमिका होती है। स्वयंसेवकों की व्यक्तित्व विकास की प्रयोगशाला है, राष्ट्रीय सेवा योजना। रासेयो कार्यक्रम अधिकारियों को शैक्षणिक दायित्वों के अतिरिक्त सामाजिक सेवाओं को संपादित करने हेतु उन्हें प्रेरित किया। प्राचीन काल में भी गुरुकुल में विद्यार्थियों को जीवन यापन में आने वाली कठिनाइयों से निपटने हेतु व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता था। सात दिवसीय शिविर का आयोजन भी उसी का एक उदाहरण है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय निदेशक ए एस कबीर ने कहा कि राष्ट्र के हर व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य राष्ट्र की सेवा है। लेकिन योजनाबद्ध ढंग से किया गया कार्य सदैव ही महत्वपूर्ण होता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी योजनाबद्ध ढंग से कार्य करते हुए समाज को एक नई दिशा प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। समय के साथ-साथ स्वयं को बदलना होगा। आज पूरे देश में राष्ट्रीय सेवा योजना अपनी अग्रणी भूमिका के लिए जाना पहचाना जाने लगा है।
कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने कार्यक्रम अधिकारियों को आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय उनकी कठिनाइयों के निराकरण में सदैव उनके साथ है। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने कार्यक्रम अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के सामाजिक कार्यों को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन उन्हें पुरस्कृत करेगा।
स्वागत भाषण में समन्वयक डाॅ. आर. पी. अग्रवाल ने विश्वविद्यालय रासेयो प्रकोष्ठ की उपलब्धियों को रेखांकित किया एवं बताया कि प्रदेश में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली है।
इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से लगभग 180 कार्यक्रम अधिकारियों एवं 50 से भी अधिक स्वयंसेवकों ने अपनी भागीदारी दी। जिला संगठक डाॅ. विनय शर्मा, डाॅ. सुरेश कुमार पटेल, डाॅ. लीना साहू, डाॅ. के. एस. परिहार, महेन्द्र ईखार ने ट्वीटर एकाउंट, नियमित गतिविधि, विशेष शिविर, ए.बी.सी. प्रमाण पत्र, राष्ट्रीय एकता शिविर पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालय स्तरीय पूर्ण गणतंत्र दिवस परेड हेतु चयन किया गया। निर्णायक के रुप में ए. एस. कबीर, क्षेत्रीय निदेशक, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव, डाॅ. रीचा ठाकुर, एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डाॅ. हरीश कष्यप मौजूद थे। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डाॅ. विनय शर्मा, जिला संगठक, दुर्ग ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. सुरेश कुमार पटेल ने किया।