भिलाई। एमजे कालेज की एनएसएस इकाई के स्वयंसेवकों ने शिवनाथ और खारून नदी के संगम पर स्थित ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर की साफ सफाई की. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भगवान श्रीराम एवं माता सीता ने अपने वनवास काल के दौरान काफी समय इन्हीं नदियों के तट पर विहार किया था. यहां एक मंदिर संगम के बीच में भी था जो अब नष्ट हो गया है. पानी कम होने पर ही उसके अवशेष दिखाई पड़ते हैं.
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखी विरुलकर के निर्देशन एवं प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे के मार्गदर्शन में आयोजित इस भ्रमण में एनएसएस के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. एनएसएस प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी शकुंतला जलकारे एवं शिक्षक सहयोगी बायोटेक की एचओडी सलोनी बासू तथा संचार कला प्रशिक्षक दीपक रंजन दास के नेतृत्व में गई 50 स्वयं सेवकों की टीम ने सबसे पहले मंदिर परिसर में बिखरे बासी फूल, झिल्ली, खाली पानी की बोतलों को चुना तथा उन्हें उचित स्थान पर रखा. मंदिर परिसर एक ऊंचे स्थान पर स्थित है जिसे टेकरी भी कहा जाता है. बच्चों ने इसके बाद स्वयंभू शिवजी के दर्शन किये और पूजा अर्चना भी की.
एनएसएस स्वयंसेवकों ने इसके बाद नदी तट पर लोगों को सुरक्षित नौकाविहार के टिप्स भी दिये. उन्होंने पर्यटकों से कहा कि वे नाविकों की बातों को अनसुना न करें. डोंगियों में चढ़ते समय हड़बड़ी न करें. नाविक आपको जहां बैठने के लिए कहता है, बिना बहस किये उसी स्थान पर बैठें. नावों में खड़े होकर हल्ला न करें, इससे उसका संतुलन बिगड़ सकता है.
विद्यार्थियों ने इसके बाद वहीं वन परिक्षेत्र में भोजन ग्रहण किया और खेल उपकरणों का भी आनंद लिया.