भिलाई. श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग द्वारा विद्यार्थियों को “राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस (2 दिसंबर)” के अवसर पर शैक्षणिक भ्रमण पर ग्राम खम्हरिया तथा जुनवानी, में ले जाया गया. छात्र तथा छात्राओं को इस ग्रामीण क्षेत्र के पारिस्थितिकी घनत्व, आवृत्ति तथा बहुलता, हरबेरियम तकनीक तथा जंगली पौधों की पहचान और उनके महत्व के बारे में जानकारी दी गई. इसके साथ ही इन ग्रामीण क्षेत्र में प्रदूषण संबंधित जानकारी, उनके स्रोत और नियंत्रण विषय में छात्रों द्वारा अध्ययन किया गया.
भ्रमण में गए क्षेत्र विशेष के पादप में उत्पन्न रोग, उनकी उत्पत्ति के विषय में भी जानकारी छात्रों को प्रदान की गई. विद्यार्थियों ने भ्रमण के दौरान वनस्पति पौधे की उस क्षेत्र में उपलब्धता तथा उनके महत्व विस्तृत रूप से जानकारी दी गई. विद्यार्थियों ने सभी प्रायोगिक कार्य को इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान सीखा तथा इन सभी का रिपोर्ट महाविद्यालय के वनस्पतिक विभाग में दिखाया. हरबेरियम तकनीक के विशिष्ट जानकारी पादप संग्रहण तथा उनके प्रेसिंग फाइलिंग के बारे में जानकारी दी गई तथा विद्यार्थियों द्वारा हरबेरियम के लिए पादप के विभिन्न प्रजातियों का संग्रहण किया गया.
वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष वर्षा यादव ने विद्यार्थियों को वनस्पति पहचानने तथा उनके गुणों, प्रयोग तथा उपयोगिता को विस्तृत रूप से समझाया तथा सहायक अध्यापक मंजू मिश्रा का भी सहयोग रहा.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने छात्रों से फीडबैक लेते हुए उन्हें प्रदूषण और उनसे निपटने के उपाय के बारे में जानकारी दी और दैनिक जीवन में प्रदूषण उत्पन्न करने वाली वस्तुओं को उपयोग ना करने की महत्वपूर्ण सलाह दी तथा महाविद्यालय के डीन डॉ जे दुर्गाप्रसाद राव ने भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक भ्रमण आयोजित करने का आश्वासन दिया.