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शंकराचार्य महाविद्यालय में बायोइन्फाॅर्मेटिक्स टूल्स पर कार्यशाला

Dec 12, 2022
Workshop on Biotechnology

भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के बायोटेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा बायोइन्फाॅर्मेटिक्स टूल्स एवं साॅफ्टवेयर पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. बायोइन्फाॅर्मेटिक्स विज्ञान की एक ऐसी शाखा है. जिसमें जैव सूचना का अर्जन, संसाधन, भण्डारण, व्याख्या, विश्लेषण, वितरण आदि कार्य किया जाता है. इस तकनीक का उपयोग विज्ञान, गणित, कम्प्यूटर तथा सूचना तकनीकी में किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस तकनीक के द्वारा हम पौधों की जीन्स में परिवर्तन, बिमारी वाली जीन्स का पता लगाना तथा औषधि निर्माण में किया जाता है. वर्तमान में इसका उपयोग डाटा माईनिंग, मशीन लर्निंग विजुअलाइजेशन, जीन खोजना, ड्रग डिजाईन एवं डिस्कवरी, जिनोम असेंबली, प्रोटीन स्ट्रक्चर अलाइमेंट व प्रिडिक्शन आदि में किया जा रहा है.
प्रथम दिवस में कार्यक्रम का संचालन सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापक रचना तिवारी द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ. नीलंजन बैनर्जी (वैज्ञानिक, एस.एच.आर.एम. बायोटेक्नोलाॅजी, कोलकाता) कन्सलटेन्ट/मेंटर, मेक इन्टर्न, ई-सेल, आई.आई.टी. खड़गपुर रहें. इन्होंने छात्रों को बायोइन्फाॅर्मेटिक्स से संबंधित टूल्स एण्ड साॅफ्टवेयर जैसे- युनिप्रोट, स्वीसप्रोट, एन.सी.बी.आई, प्रमोटर फाईन्डर, डेटाबेस सर्च करना और उसको इंटरप्रीट करना सिखाया. प्रोटियोंमिक्स, जिनोमिक्स, क्यु.जी.आर.एस., रिवर्स काम्पलिमेंट, गैप पेनाल्टी के काॅन्सेप्ट के बारे में बताया. उक्त कार्यक्रम में 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया. जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के अलावा विभिन्न महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, रिसर्च स्काॅलर तथा प्राध्यापकगण ने भाग लिया.
महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. अर्चना झा ने कहा कि बायोइन्फाॅर्मेटिक्स हमारे भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. जिसका उपयोग करके हम विभिन्न प्रकार के पौधों एवं मनुष्यों में होने वाली बिमारियों का पता लगाया जा सकता है. आई.आई.टी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के सहयोग से आयोजित यह कार्यशाला महाविद्यालय के छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है.
महाविद्यालय के (अकादमिक) डीन डाॅ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि बायोइन्फाॅर्मेटिक्स रिसर्च के इंटरडिसिप्लिनरी क्षेत्र है जो हमारे जीवन के गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए लगातार उपयोग में लाई जा रही है तथा उन्होंने कहा कि छात्रों को इस कार्यशाला का लाभ उठाकर भविष्य में इसका निर्वाहन करें.
इस कार्यशाला में बायोटेक्नोलाॅजी विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. अकांक्षा जैन (समन्वयक), सूक्ष्मजीव विज्ञान की विभागाध्यक्ष डाॅ. रचना चैधरी, जन्तुविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. सोनिया बजाज, वनस्पति विभाग की विभागाध्यक्ष वर्षा यादव, रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष श्री विकास चन्द्र शर्मा, कम्प्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष श्री ठाकुर देवराज सिंह, सूक्ष्मजीव विज्ञान के सहायक प्राध्यापक डाॅ. भुनेश्वरी नायक, तान्या साहू तथा कल्याण महाविद्यालय सेक्टर-7, भिलाई के वनस्पति विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राकेश साहू तथा सूक्ष्मजीव विज्ञान के सहायक प्राध्यापक श्रीमती ललिता उपस्थित रहें.

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