दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय में पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग एवं डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में यूज ऑफ लाइब्रेरी इन न्यू एकेडेमिक एरा पर एक दिवसीय सिम्पोजिया का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पुस्तकालय समिति के संयोजक डॉ एके खान ने की. गणित विभाग के प्राध्यापक डॉ राकेश तिवारी ने पुस्तकालयों के आधुनिकीकरण को अनिवार्य बताया.
डॉ खान ने पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत शैक्षणिक संस्थानों में पुस्तकालय के महत्व पर प्रकाश डाला एवं वर्तमान परिस्थितियों में पुस्तकालय में हुए बदलावों की सराहना की.
डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग की प्राध्यापक एवं ग्रंथपाल डॉ संगीता सिंह ने शिक्षा मंत्रालय की परियोजना शोधगंगा एवं ई-शोध की उपयोगिता पर महत्वपूर्ण जानकारी दी. महाविद्यालय के ग्रंथपाल एवं विभागाध्यक्ष डॉ विनोद कुमार अहिरवार ने संगोष्ठी की रूपरेखा प्रस्तुत की. उन्होंने ई-ग्रंथालय, इंस्टीट्यूशनल रिपोजिटरी, एनलिस्ट, एनडीएल, ई पीजी पाठशाला एवं अन्य परियोजनाओं के बारे में उपयोगी जानकारी प्रदान की. डॉ अहिरवार ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएन सिंह के द्वारा पुस्तकालय के आधुनिकीकरण हेतु दिए गए सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया.
डॉ सरिता मिश्रा ने शैक्षणिक आवश्यकताओं हेतु ग्रंथपालों के द्वारा दिये जाने वाले सहयोग को बहुत अधिक महत्वपूर्ण बताया. संगोष्ठी के सुचारू संचालन हेतु डॉ सीवी रमन विवि के पुस्तकालय विज्ञान की प्राध्यापक अंजली सराफ एवं पायल चक्रवर्ती ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया.
संगोष्ठी में विद्यार्थियों हेतु एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन महाविद्यालय की प्राध्यापक राजलक्ष्मी पाण्डेय ने किया. संगोष्ठी को सफल बनाने में अनुराग पाण्डेय का विशेष सहयोग मिला. ललिता श्रीवास एवं संतोष चंद्राकर का भी सहयोग रहा.