भिलाई। कान का मैल भी यदि सही समय पर न साफ किया जाए तो आपकी नौकरी पर बात आ सकती है. कुछ ऐसा ही हुआ कैंटीन में काम करने वाले इस युवक के साथ. लोग उसे आवाज देते रहते और वह बिना सुने उनके पास से निकल जाता. लगभग रोज ही वह कैंटीन संचालक से चार बातें सुनता. पर जब वजह सामने आई तो सबकी हंसी छूट गई.
रोज-रोज की खिट-खिट से तंग आकर एक दिन युवक ने कैंटीन संचालक को बोल ही दिया कि उसे कुछ भी सुनाई नहीं देता. कैंटीन संचालक संजीदा हुआ. वह उसे लेकर हाईटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंचा. यहां ईएनटी सर्जन डॉ अपूर्व वर्मा ने उसकी जांच की तो वह भी मुस्कुराने लगे. वजह पूछने पर डॉ अपूर्व ने बताया कि युवक के कान मैल जमा होने के कारण पूरी तरह बंद हो चुके हैं.
इसके बाद शुरू हुई उसके कानों की सफाई. कुछ ही मिनटों के बाद युवक भी मुस्कुराने लगा. अब उसे भी आसपास की आवाजें साफ सुनाई देने लगी थीं.
डॉ अपूर्व ने बताया कि कान के मैल को भी लगातार साफ करने की जरूरत होती है. अन्यथा वह सख्त होकर कान को पूरी तरह ब्लाक कर देता है. ऐसी स्थिति में सुनने की क्षमता काफी हद तक प्रभावित हो सकती है. यह स्थिति न केवल नौकरी के लिए बल्कि सड़क पर आते जाते भी खतरनाक हो सकती है.