भिलाई। ग्रेजुएट नर्सेस के लिए रोजगार के कई ऑप्शन्स होते हैं. तैयारी अच्छी हो तो न केवल नर्सें देश विदेश में कहीं भी सेवा कर सकती हैं बल्कि कई ऐसे अनेक उपलब्ध उसके पास होते हैं जहां वह स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकती है. उक्त बातें आज पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ अभिलेखा बिस्वाल ने एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित नर्सेस डे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये.
डॉ बिस्वाल ने कहा कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस को हम इंटरनेशनल नर्सेस डे के रूप में मनाते हैं. उन्हें लेडी विद द लैम्प भी कहा जाता है क्योंकि वे कंडील की रौशनी में घायल सैनिकों की रात में भी सेवा करती थीं. यह लैम्प नर्स के दिल में जल रहे सेवाभाव के प्रकाश का भी प्रतिनिधित्व करता है. उन्होंने कहा की वे एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग से आरंभ से ही जुड़ी हुई हैं. काफी दिनों बाद यहां आना हो रहा है. उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि कालेज ऑज इतना बड़ा हो गया है और यहां एक ही छत के नीचे इतने सारे विषयों की पढ़ाई हो रही है.
एमजे समूह की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए एक कहानी सुनाई. मुल्ला नसरूद्दीन की कहानी सुनाते हुए उन्होंने कहा कि वह पेशे से चोर था पर एक बार उसने झूठ न बोलने की कसम खा ली. वह गधों की पीठ पर लकड़ी के गट्ठर रखकर गांव से गांव जाता. गांव का कोटवार पूछता कि वह कौन है तो वह कहता चोर. पर जब गट्ठरों की तलाशी ली जाती तो उसमें केवल लकड़ियां ही होतीं. बाद में यह बात साफ हुई कि दरअसल वह चोरी गधों की करता था और कोटवार गट्ठरों की जांच करने में जुटे रह जाते. उन्होंने कहा कि यह भी एक कौशल है जिसका उपयोग कर, बिना झूठ बोले भी रोगी के मनोबल को बढ़ाया जा सकता है.
पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की उप प्राचार्य डॉ श्रीलता पिल्लई ने कहा कि ग्रेजुएट नर्सों के लिए सेवा के अवसरों में लगातार इजाफा हो रहा है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की 19 शाखाएं संचालित हैं और चार निर्माणाधीन हैं. इनकी संख्या बढ़ने के साथ ही यहां नई नई विशेषज्ञताएं भी आ रही हैं. यह एक सुनहरा अवसर है. नर्सेस शार्ट टर्म कोर्स कर इन संस्थानों में आसानी नौकरी हासिल कर सकती हैं.
आरंभ में नर्सिंग कालेज के प्राचार्य प्रो. जे डैनियल तमिल सेलवन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी. इस अवसर पर एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल चौबे, फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र सूर्यवंशी सहित महाविद्यालय के सभी स्टाफ सहित स्टूडेंट नर्सेंस बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
अतिथियों ने इस अवसर पर कृति विद्यार्थियों को पारितोषिक देकर उनकी हौसलाअफजाई भी की. विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम कार्यक्रम प्रस्तुत किये. कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग फैकल्टी आएशा केरकेट्टा ने किया.