भिलाई. पांच दिन पहले एक बालक खेलते-खेलते पांच रुपए का सिक्का निगल गया. घर वाले इंतजार करते रहे कि सिक्का अपने आप बाहर आ जाएगा पर ऐसा नहीं हुआ. इस बीच बच्चे का खाना पीना चलता रहा. पर जब सिक्का गले में ही फंसा रहा तो वे उसे लेकर आज हाइटेक अस्पताल पहुंचे. सिक्का बच्चे की आहारनली में फंसा था. उपकरणों की मदद से उसे निकाल दिया गया.
बालक ढाकेश कुमार की उम्र साढ़े चार साल है. वह दल्लीराजहरा में रहता है. उसके पिता ने बताया कि बच्चे ने सिक्का निगलने की बात तुरंत ही घर वालों को बता दी थी. पर घर वालों को लगा कि सिक्का अपने आप निकल आएगा. उन्होंने ऐसे कई मामले देखे थे जिसमें बच्चों द्वारा निगली गई वस्तुएं मल के साथ बाहर आ जाती है. पर यह सिक्का गले से टस से मस नहीं हो रहा था.
हाइटेक के गैस्ट्रो विशेषज्ञ डॉ आशीष देवांगन ने बताया कि सिक्का जैसी वस्तु यदि आहार नली में फंस जाए तो उसे 24 घंटे के अंदर निकाल देना चाहिए. अन्यथा वहां घाव बन सकता है. सिक्का यदि आमाशय में चला जाए तो दो चार दिन इंतजार किया जा सकता है. पर मल पर नजर रखना होता है. यदि सिक्का न निकले तो उसे एन्डोस्कोप से निकाल देना चाहिए. इस मामले में अच्छा हुआ कि बालक के गले में किसी तरह की खरोंच नहीं आई है. इतने दिन बाद भी बच्चा पूरी तरह ठीक है.