भिलाई। काम पर जाते समय साइकिल सहित वह खड्डे में गिर गई थी. इससे उसकी कमर में चोट आई थी. वह उठकर काम पर चली गई. वह घरेलू काम करती है जिसमें झुकना, उठना, भारी सामान उठाना आदि सभी शामिल होता है. कमर की चोट को वह भूल चुकी थी पर लगभग डेढ़ माह बाद एक दिन वह जो लेटी तो फिर उठ नहीं सकी. अंततः उसे हाईटेक लाया गया. दरअसल, रीढ़ को पहुंची चोट के स्थान पर स्पाइन टीबी उभर आया था जिसकी सर्जरी करनी पड़ी.
47 साल की सुकरिता वर्मा ने बताया कि वह घरेलू कामकाज करती है. जीवन में कभी बीमार नहीं पड़ी न ही कभी गोली खाने की नौबत आई. कमर में ज्यादा दर्द नहीं था इसलिए वह काम करती रही. हमेशा की तरह वह साइकिल से ही आना जाना करती. पर एक दिन हाथ पैर सुन्न हो गया. कमर की ऐसी हालत हुई कि उठना बैठना तक मुश्किल हो गया. घरवालों ने पहले सरकारी अस्पताल और फिर हाइटेक पहुंचा दिया.
न्यूरो एंड स्पाइन सर्जन डॉ दीपक बंसल ने बताया कि गिरने पर महिला की रीढ़ की हड्डी को चोट पहुंची थी. लंबे समय तक उपचार नहीं होने के कारण उसे रीढ़ का क्षयरोग (Spine TB) हो गया. रीढ़ की टीबी को Pott’s Spine भी कहते हैं. फेफड़ों की टीबी के बाद यह दूसरा सबसे आम टीबी है. महिला की सर्जरी कर दी गई. अब उसने बिना सहारे के उठना-बैठना, चलना शुरू कर दिया है.
डॉ बंसल ने बताया कि रीढ़ की किसी भी चोट को लेकर लापरवाही भारी पड़ सकती है. इस मामले में महिला को बड़ी तकलीफ 45 दिन बाद शुरू हुई. ऐसे मामले देर सबेर विकृतियों या नई जटिलताओं के साथ उभर सकते हैं.