भिलाई। एक साथ बहुत ज्यादा दिशाओं में दिमाग लगाने या फिर बहुत बड़ा टारगेट चुन लेने से अकसर कार्य सिद्ध नहीं हो पाते. इसलिए छोटे-छोटे ऐसे टारगेट बनाने चाहिएं जिनपर अमल किया जा सके. इस तरह से आगे बढ़ने पर बड़े-से-बड़ा लक्ष्य भी सहज हासिल किया जा सकता है. उक्त बातें आज एमजे समूह की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के नव प्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहीं.
डॉ श्रीलेखा ने विद्यार्थियों को एक बन्दर की कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि एक बार एक बंदर को पॉपकॉर्न का एक मर्तबान मिल जाता है. बन्दर उसमें हाथ डालता है और मुट्ठी भर कर पॉपकॉर्न पकड़ लेता है. पर उसकी मुट्ठी मर्तबान के छोटे से मुंह से बाहर नहीं आ पाती. काफी देर तक कोशिश करने के बाद बन्दर को अपना खाली हाथ ही बाहर निकालना पड़ता है. वह थोड़े-थोड़े पॉपकॉर्न निकाल लेता तो उसे निराश नहीं होना पड़ता.
इससे पहले एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों का महाविद्यालय में स्वागत करते हुए कहा कि महाविद्यालय का 100 प्रतिशत कैम्पस प्लेसमेंट का रिकार्ड है. पर इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. महाविद्यालय जीवन का आनंद लेते हुए अपनी पढ़ाई करनी है और अपने अनुभवी प्राध्यापकों एवं व्याख्याताओं के ज्ञान का भरपूर दोहन करना है.
आयोजन के विशेष अतिथि एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें नर्सिंग के क्षेत्र को चुनने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.
कम्युनिकेशन ट्रेनर दीपक रंजन दास ने विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा पर पकड़ बनाने के टिप्स देते हुए कहा कि भारत में मेडिकल टूरिज्म लगातार बढ़ रहा है. ऐसे अस्पतालों में अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए अंग्रेजी पर दखल जरूरी है.
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की उप प्राचार्य सिजी थॉमस ने कहा कि आज के दिन उनका इस महाविद्यालय में 12 साल पूर्ण हो रहा है. यह भी एक सुखद संयोग है कि पीएचडी की तपस्या का भी आज एक महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि उनका शोध पत्र स्वीकार कर लिया गया है. उन्होंने बच्चों को महाविद्यालयीन जीवन का भरपूर लाभ लेने की सलाह दी.
कालेज के एडमिन अख्तर अजीज खान ने इस अवसर पर नव प्रवेशितों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा की. उन्होंने बताया कि इस कालेज के शत प्रतिशत सफल विद्यार्थियों का देश के नामचीन अस्पतालों में प्लेसमेंट सुनिश्चित किया जाता है जिसमें एशियन हार्ट सेन्टर मुम्बई, फोर्टिंग ग्रुप, रामकृष्ण केयर रायपुर, स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल भिलाई आदि शामिल हैं.
अंत में सहा. प्राध्यापक मोनिका साहू ने महाविद्यालय एवं पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी पीपीटी प्रजेन्टेशन के माध्यम से दी. इस अवसर पर सीनियर छात्राएं भी उपस्थित थीं. कार्यक्रम का संचालन भी छात्राओं द्वारा किया गया. आरंभ में नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत टीका लगाकर पुष्पवर्षा के साथ किया गया.