भिलाई. श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने वृद्धों के प्रति संवेदनशीलता जगाने के लिए एक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. गोद ग्राम खपरी के शाला भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में वृद्धों के प्रति समाज के क्रूर नजरिए का मार्मिक चित्रण किया गया. साथ ही दर्शकों से अपील की गई कि वे अपने बुजुर्गों का सही ढंग से ध्यान रखें. उनकी शारीरिक एवं मानसिक सेहत का ख्याल रखें.
वरिष्ठ नागरिक दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में बताया गया कि व्यक्ति अपने जीवनकाल में अनेक प्रकार से समाज में अपना योगदान करता है और अपने आश्रितों की देखभाल करता है. वृद्धावस्था में जब वह अशक्त हो जाता है तो उसकी देखभाल का दायित्व लेने वाले नहीं मिलते. पर यह उसी समाज की जिम्मेदारी है कि वह अपने ज्येष्ठ नागरिकों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील हो और उनकी मुश्किलों को कम करने की कोशिश करे.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल दर्शक बल्कि नाटक को खेलने वालों के मन में भी संवेदनाएं उत्पन्न होती है जिसका लाभ अंततः समाज को मिलता है.
महाविद्यालय के अकादमिक डीन डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि नुक्कड़ नाटक तमाम सामाजिक कुरीतियों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने और इनका समाधान ढूंढने का एक सशक्त मंच है. नुक्कड़ नाटक में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को भी यह प्रेरित करता है कि वे इस तरह की सामाजिक बुराइयों का प्रतिवाद करें.
नुक्कड़ नाटक खेलने वालों में प्रतिभा बराल, कुहू सलेरी, हंसिका, स्वेच्छा, लक्ष्मी देवांगन, वैष्णवी प्रधान, आदित्य राज देवांगन, मो. जीशान अली, प्रिंस, ढाल सिंह, जयंत वर्मा आदि शामिल थे.