सांकरा (दुर्ग)। देव संस्कृति विश्वविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसका विषय ‘सहेजे प्रकृति को हर पल, तो बेहतर होगा कल’ था। शास. कमला देवी राठी पीजी महा-विद्यालय, राजनांदगांव के भूगोल विभाग के विभागाध्यछ, प्रो.कृष्ण कुमार द्विवेदी कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे। औद्योगिक क्रांति के साथ ही प्रकृति का दोहन होता रहा जिसके फलस्वरूप प्रकृति की व्यवस्था पर दुष्प्रभाव पड़ता रहा।विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ कुबेर सिंह गुरूपंच ने अतिथि परिचय के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य वक्ता ने पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वाले कारक जैसे प्रदूषण, वृक्षों की अंधाधुंध कटाई, आदि के पारिस्थितिकी तंत्र पर पड़ने वाले प्रभावों को विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कार्बन उत्सर्जन से हो रहे ग्रीनहाउस इफैक्ट तथा ओजोन परत के ह्रास का भी सूक्ष्मता से विश्लेषण किया। वृक्षारोपण तथा वर्षा जल संरक्षण को उन्होने कारगर उपाय बताया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष सौरभ मण्डल ने किया।