राज्योत्सव का उच्चशिक्षामंत्री ने किया शुभारम्भ
दुर्ग। प्रदेश के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा तथा राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने शुक्रवार को दुर्ग जिला कार्यालय परिसर में आयोजित राज्योत्सव का शुभारंभ दीप जलाकर किया। राज्योत्सव को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का मानना था कि छोटे राज्य विकास की दृष्टि से अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके आशीर्वाद और संकल्प से बने छत्तीसगढ़ राज्य ने इस बात को सच साबित करके दिखाया है। राज्य निर्माण के बाद से दुर्ग जिले के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हुआ। पूरे राज्य में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है, जो विकास की दृष्टि से पीछे हो। राज्य निर्माण के बाद तेजी से विकास के साथ-साथ छत्तीसगढ़ शोषण मुक्त और समतायुक्त राज्य बना है। अब हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ आने वाले कुछ वर्षों में ही प्रगतिशील राज्य से आगे बढ़कर विकास की दृष्टि से अग्रणी राज्य बनें। उन्होंने इस बात पर व्यक्त किया कि प्रदेश के विकास में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा आशीर्वाद मिल रहा है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि 16 साल पहले के छत्तीसगढ़ और वर्तमान छत्तीसगढ़ में व्यापक अंतर आया है। पहले जहां किसानों के सैकड़ों-हजारों एकड़ पड़त दिखाई देती थी वहीं अब वे फसलों से लहलहा रही हैं, जहां पहले साल भर में जिले में केवल सवा दो सौ पम्प उर्जीकृत होते थे वहीं अब राज्य के 3 लाख किसानों के पास अपने सिंचाई के साधन है। एनीकट और सड़कों का जाल बिछा है। यूरिया और खाद जो पहले बेहद कठिनाई से मिलती थी अब आसनी से उपलब्ध है। राज्य में उर्जा की खपत 1400 मेगावॉट से बढ़कर 4200 किलो मेगा वॉट हो गई है। इसका लाभ उद्योग व्यवसाय, कृषि और नागरिकों को मिला है। कृषि के लिए ऋण लेकर पहले किसान ऋणी बन जाते थे लेकिन अब किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण उपलब्ध है। गांव-गांव और शहर-शहर में सड़कें पहुंची है, ओव्हरब्रिज और अंदरब्रिज बने है। युवाओं को कौशल विकास का अधिकार देेने वाला देश का पहला राज्य छत्तीसगढ़ बना है। दुर्ग जिला अब संभाग भी बन गया है। यहां तीन विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है आईआईटी प्रारंभ हुआ है। पहले एक रूपए में चांवल की कल्पना भी नहीं की गई थी। सतनामी समाज के धर्मगुरू गुरू घासीदास का सबसे उंचा जैतखंभ गिरौदपुरी में बनाया गया है। दुर्ग-भिलाई नगर निगम क्षेत्रों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति बेहतर की गई है। देश में संचालित स्वच्छता मिशन के साथ दुर्ग जिला भी कंधा से कंधा मिलाकर कार्य कर रहा है। पाटन नगर पंचायत खुले में शौच-मुक्त बना है। हमारा पूरा प्रयास है प्रदेश के किसान और ग्रामीण क्षेत्र खुशहाल बनें, उनकी खुशहाली और समृद्धि से ही पूरे समाज को लाभ मिलता है।
स्वागत संबोधन में कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता ने दुर्ग जिले द्वारा अर्जित उपलब्धियों का ब्यौरा दिया।
मुख्य अतिथि श्री पाण्डेय ने इस अवसर पर दुर्ग जिले के ग्राम सिलोदा के गरीब किसान एवं मजदूर आत्मा राम निषाद और उनकी पत्नी श्रीमती सुलोचनी निषाद का अभिनंदन किया। उल्लेखनीय है कि श्री निषाद ने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए 40 मुर्गियां और बकरी बेची थी। उनके कार्य स्वच्छता मिशन के लिए प्रेरणा स्त्रोत है कि किस तरह एक गरीब मजदूर भी स्वच्छता के महत्व को समझने लगा है तथा शौच के लिए बाहर जाने पर शर्मिंदगी महसूस करने लगा। कार्यक्रम में इसी तरह प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने नगर पंचायत पाटन को खुले में शौच-मुक्त बनने पर वहां की नगर पालिका अधिकारी जागृति साहू को सम्मानित किया। कार्यक्रम में दुर्ग जिले में 12 नवम्बर को होने वाले नेशनल लोक अदालत पर आधारित ऑडियो-विडियो का प्रदर्शन भी किया गया और नागरिकों से अपील की गई कि सुलह और समझौतों के माध्यम से नेशनल लोक अदालत के द्वारा अपनी समस्याओं का निराकरण करने सामने आए।
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजा राज्योत्सव का आयोजन
जिला कार्यालय (कलेक्ट्रेट) परिसर दुर्ग में राज्योत्सव के रूप में रंगारंग एवं मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमोंं से सजा रही।
कार्यक्रम में मुम्बई के सुप्रसिद्ध डांस गु्रप हरिनाथ रेड्डी के कलाकारों ने जहां लयबद्ध नृत्यों से पूरे परिसर अपने आकर्षण में बांध दिया वहीं, गायिका सुश्री सुप्रिया रामलिंगम के सुरीले गीतों ने और वीआईपी कॉमेडियन के प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसी तरह रायगढ़ के भजन गायक दिलीप षडंगी के भजनों ने भी दर्शकों को भक्तिभाव से मंत्रमुग्ध कर दिया।
दुर्ग जिले के नृत्यधाम भिलाई, स्वयंसिद्धा, सरगम ए म्यूजिकल और नुपुर ओडिसी नृत्यकला केन्द्र के बच्चों और युवाओं ने भी अपने बेहद आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां से दर्शकों का मन मोहा। कार्यक्रम में अतिथियों ने नृत्यधाम की संचालिका राखी राय, नुपूर उड़ीसी कला केन्द्र की संचालिका मधु स्मिता दास, स्वयं सिद्धा की सोनाली चक्रवती और सरगम ए.म्यूजिकल की संचालिका सोनाली सेन को सम्मानित किया।