रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने परिवहन विभाग के काम-काज की समीक्षा करते हुए अंतरराज्यीय मालवाहकों को जांच के नाम पर जहां तहां रोके जाने पर कड़े तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि एक बार सीमा पर जांच होने के बाद वाहनों को रोकना गलत है। इससे न केवल वक्त की बर्बादी होती है बल्कि ट्रांसपोर्टरों को तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। डॉ. सिंह ने ओव्हर लोडिंग रोकने के कड़े निर्देश देने के साथ ही कहा कि परिवहन जांच चौकियों में जांच प्रक्रिया इस तरह से अपनाई जाए कि जांच के नाम पर वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारे न लगें, ताकि समय की भी बचत हो।
डॉ. रमन सिंह ने यह भी कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर जांच चौकियों में वाहनों की जांच एक बार हो जाने के बाद राज्य में प्रवेश करने वाले माल परिवहन वाहनों को जांच के नाम पर बार-बार नहीं रोका जाना चाहिए। बार-बार रोकने पर जहां माल समय पर पहुंचने में देरी होती है, वहीं ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों को भी इससे काफी असुविधा होती है। गुजरात, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों में भी एकल जांच प्रणाली लागू है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि परिवहन अधिकारियों सहित सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि जांच चौकियों में वाहनोें की गैर जरूरी लम्बी कतारें ना लगें। बैठक में राज्य के सिंगल लेन सड़क वाले 51 विकासखण्ड मुख्यालयों को अपने जिला मुख्यालयों से डबल लेन सड़क मार्ग द्वारा जोड़ने कीे विभागीय कार्य-योजना को मंजूरी प्रदान की। उन्होंने अगले चार वर्ष में इस कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नक्सल हिंसा प्रभावित इलाकों में सड़क सहित अन्य निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए अलग से पुलिस सुरक्षा बल मुहैया कराया जाएगा।