भिलाई। महारत्न कंपनी सेल की ध्वजवाहक इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र ने एकीकृत इस्पात क्षेत्र वर्ग में एक प्रतिष्ठित पुरस्कार राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार – 2014 हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है। सेल, भिलाई को यह पुरस्कार वित्त वर्ष 2012-13 में अपने ऊर्जा निष्पादन के क्षेत्र में सतत सुधार के लिये प्रदान किया गया है। ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में अपनी पहल के कारण भिलाई इस्पात संयंत्र ने वित्त वर्ष 2013-14 में 364 करोड़ रूपये की वार्षिक बचत की है। >>>
सेल के अध्यक्ष सी एस वर्मा ने भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा बेस्ट इंटीगे्रटेड स्टील प्लांट की श्रेणी में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2014 जीतने पर भिलाई बिरादरी को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने भिलाई बिरादरी द्वारा उर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ठ कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में इस निष्पादन को और बेहतर बनाने का प्रयास करना है।
पिछले वर्ष की तुलना में आलोच्य वर्ष के दौरान संयंत्र ने थर्मल एनर्जी में 5 फीसदी एवं इलेक्ट्रिकल एनर्जी में 2 फीसदी की अतिरिक्त बचत की। साथ ही अपशिष्ठ न्यूनत्तम करने के इंधन श्रोतों का समुचित वितरण एवं आंतरिक संसाधनों द्वारा उत्पादित बाई प्रोडक्ट गैसों का अधिकत्तम उपयोग सुनिश्चित किया गया। इसके अतिरिक्त क्रय किये गये विभिन्न इंधन जैसे बॉयलर कोल, फर्नेस आईल आदि के खपत को न्यूनत्तम करने हेतु कदम उठाये गये।
यह पुरस्कार के भारत सरकार के पॉवर, कोल व रीन्यूवेबल एनर्जी के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने सेल अध्यक्ष सी एस वर्मा को प्रदान किया। इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस चंद्रसेकरन, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) एन के कपिला उपस्थित थे।