भिलाई। संतोष रुंगटा समूह द्वारा भिलाई के कोहका में संचालित रुंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीईटी) के डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित इंडियन सोसायटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आईएसटीई), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एप्लिकेशन ऑफ एडवांस्ड टूल्स यूज़्ड इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च विषय पर 21 से 23 जनवरी तक 3-दिवसीय नेशनल लेवल वर्कशॉप हुआ। रूंगटा समूह के समस्त इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रिंसिपल, डीन, विभागाध्यक्ष, फैकल्टीज तथा स्टूडेंट्स ने इसमें शिरकत की। वर्कशॉप के कोर्डिनेटर डॉ. राकेश हिमते ने कहा कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग का रिसर्च क्षेत्र विस्तृत रूप में है। moreशोधकर्ताओं को रिसर्च क्षेत्र की समस्त जानकारी मसलन किस तरह टॉपिक का चुनाव किया जाये, डाटा एनालिसिस हेतु किस तरह के उपकरण प्रयुक्त किये जायें आदि समस्त ज्ञान इस 3-दिवसीय वर्कशॉप में दिया जायेगा। आरसीईटी के डायरेक्टर डॉ. एस.एम. प्रसन्नकुमार ने कहा कि एप्लिकेशन ऑफ एडवांस टूल्स आज शोध क्षेत्र का महत्वपूर्ण विषय है तथा अवश्य ही इसका लाभ फैकल्टीज तथा स्टूडेंट्स को मिलेगा। मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए वायसीसीई, नागपुर के प्रो. आर.एल. श्रीवास्तव ने कहा कि यदि वैश्विक दृष्टि से रिसर्च के क्षेत्र में यदि भारत की स्थिति देखें तो हम लोग अभी भी काफी पीछे चल रहे हैं। इस गैप को कम करने हेतु प्रयास किये जाने अत्यंत आवश्यक है। सीएसआईआर, नागपुर के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. डी. के. साखरे ने कहा कि रिसर्च क्षेत्र में लोगों का कम रूझान होने का प्रमुख कारण यह है कि हमारे देश के बच्चे अपने बचपन में इंजीनियर या डॉक्टर बनने की बात तो करते हैं परंतु एक रिसर्चर या साइंटिस्ट बनने की बात कभी नहीं करते अर्थात यह जज्बा प्रारंभ से नहीं रहता, बच्चों को साइंस विषय का ज्ञान भी सरल रूप में प्रदान नहीं किया जाता। इसके अलावा रिसर्च संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु किये जा रहे प्रयास पर्याप्त नहीं हैं।
आयोजन के प्रथम दिवस दो सेशन हुए जिसमें प्रथम सेशन में डॉ. आर.एल. श्रीवास्तव ने बेसिक रिसर्च मेथडोलॉजी विषय पर अपना व्याख्यान दिया जिसमें फंडामेंटल्स ऑफ रिसर्च प्रोसेस तथा रिसर्च डिजाईन संबंधित आधारभूत जानकारी प्रदान की गई। द्वितीय सेशन में श्री डी.के. साखरे द्वारा रिसर्च एण्ड रिसर्च फण्डिंग संबंधी जानकारी प्रदान की।
आयोजन के 3 दिनों के दौरान देश के विभिन्न भागों से आये हुए मेकेनिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र के विषय विशेषज्ञ अपना व्याख्यान देंगे तथा वैचारिक मंथन होगा। इस आयोजन में इंजीनियरिंग तथा पॉलीटेक्निक कॉलेजों, विभिन्न शोध संस्थानों तथा शोध प्रयोगशालाओं केे फैकल्टीज, एमई/एमटेक के विद्यार्थी तथा उद्योगों के प्रतिनिधि प्रतिभागियों के रुप में शिरकत कर रहे हैं। इनमें आज रूंगटा समूह द्वारा संचालित इंजीनियरिंग कॉलेजों सहित दुर्ग, भिलाई तथा रायपुर के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों, एनआईटी जमशेदपुर तथा नागपुर आदि से आये प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।