• Sat. May 4th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

RCET : इंजीनियरिंग रिसर्च को मिलेगी नई दिशा

Jan 25, 2015

rcetभिलाई। संतोष रुंगटा समूह द्वारा भिलाई के कोहका में संचालित रुंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी आरसीईटी के डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित इंडियन सोसायटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आईएसटीई), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एप्लिकेशन ऑफ एडवांस्ड टूल्स यूज़्ड इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च विषय पर आयोजित 3-दिवसीय नेशनल लेवल वर्कशॉप का समापन हो गया। मौके पर रूंगटा समूह के समस्त इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रिंसिपल, डीन, विभागाध्यक्ष, फैकल्टीज तथा स्टूडेंट्स उपस्थित थे। read more
समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए डॉ. एस.के. चौधरी, प्रोफेसर मैकेनिकल इंजी., केडीकेसीई, नागपुर ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन निश्चित रूप से रिसर्च का माहौल बनाने में अत्यंत उपयोगी होंगे। उन्होंने कहा कि छ.ग. में स्टील प्लांट्स की उपस्थिति से मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र रिसर्च एक्टीविटिज की अत्यधिक संभावनायें हैं। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि यूसीईटी, उमरेड के प्रिंसिपल डॉ. ए.सी. वाघमारे ने कहा कि तागूची मैथड का इंडस्टीज में ज्यादा एप्लीकेशन है। इस मेथड से उद्योगों में अधिक से अधिक रिसर्च की संभावनायें हैं। यह विधि स्टील प्लांट्स में अत्यंत उपयोगी है। यदि कोई शोधकर्ता इस विधि से इस्पात उद्योगों के लिये उपयोगी रिसर्च करता है तो इसका लाभ उद्योगों को भी मिलेगा तथा शिक्षण संस्थानों की उद्योगों में सहभागिता बढ़ेगी, जिससे रिसर्च हेतु एक स्वस्थ माहौल निर्मित होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आरसीईटी के डायरेक्टर डॉ. एस.एम. प्रसन्नकुमार ने कहा कि इस 3 दिवसीय मैकेनिकल इंजीनियरिंग के नेशनल वर्कशॉप में वैचारिक मंथन के दौरान जो बातें उभरकर आई हैं वे निश्चित रूप से शोधकर्ताओं के लिये अत्यंत ही उपयोगी होंगी। आभार प्रदर्शन वर्कशॉप के कोर्डिनेटर तथा आरसीईटी के मैकेनिकल इंजी. के एचओडी डॉ. राकेश हिमते ने किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किये गये।
नेशनल वर्कशॉप के 3-दिनों में निम्न विषयों पर हुए व्याख्यान
आयोजन के प्रथम दिवस दो सेशन हुए जिसमें प्रथम सेशन में डॉ. आर.एल. श्रीवास्तव ने बेसिक रिसर्च मेथडोलॉजी विषय पर अपना व्याख्यान दिया जिसमें फंडामेंटल्स ऑफ रिसर्च प्रोसेस तथा रिसर्च डिजाईन संबंधित आधारभूत जानकारी प्रदान की गई। द्वितीय सेशन में श्री डी.के. साखरे द्वारा रिसर्च एण्ड रिसर्च फण्डिंग संबंधी जानकारी प्रदान की। आयोजन के द्वितीय दिवस प्रथम सेशन में डॉ. आर.एल. श्रीवास्तव ने लीन सिक्स सिग्मा विषय के अंतर्गत अपने व्याख्यान में लीन टूल्स एण्ड सिक्स सिग्मा मेथडोलॉजी एण्ड एप्लीकेशन एरियाज फॉर रिसर्च पर जानकारी दी। द्वितीय सेशन में एनआईटी नागपुर के डॉ. सुरेन्द्र गोले ने क्वांटीटेटिव टेक्निक्स विषय पर जानकारी दी। तीसरे दिन प्रथम सेशन में डॉ. एस.के. चौधरी ने थ्योरी ऑफ एक्सपेरिमेंट्स तथा द्वितीय सेशन में डॉ. ए.सी. वाघमारे ने डिजाईन ऑफ एक्सपेरीमेंट्स के अंतर्गत उद्योगों हेतु अत्यंत उपयोगी तागुची मैथड पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन में देश के विभिन्न इंजीनियरिंग तथा पॉलीटेक्निक कॉलेजों, शोध संस्थानों तथा शोध प्रयोगशालाओं के फैकल्टीज, एमई/एमटेक के विद्यार्थी तथा उद्योगों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभागियों के रुप में शिरकत की।

Leave a Reply