भिलाई। अपनी उम्र के 60वें वर्ष में प्रख्यात पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई की आवाज लरजने लगी है किन्तु पंडवानी का जोश उम्र पर भी भारी है। मंच की अनुमति लेने के बाद जैसे ही वे तंबूरा हाथ में लेकर हुंकार भरती हैं, उम्र की परतें उतरती चली जाती हैं। श्रीशंकराचार्य टेक्नीकल कैम्पस में बुधवार की रात उन्होंने दु:शासन वध एवं भीम तथा द्रौपदी के संकल्प पूरा करने का प्रसंग सुनाया। जब प्रस्तुति खत्म हुई तो प्रेक्षक खड़े होकर तालियां बजाने लगे। read more
अवसर था श्रीशंकाराचार्य टेक्नीकल कैम्पस में आयोजित संविद के प्रथम दिन के संध्याकालीन सत्र का। श्रीमती तीजन बाई यहां बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थीं। उनके साथ छत्तीसगढ़ फिल्म उद्योग के भीष्म पितामह श्रीचंद सुन्दरानी, छत्तीसगढ़ी फिल्मों के क्षमानिधि मिश्रा, सुपर स्टार सुनील तिवारी, राजेश अवस्थी, दीपक बंजारे, बॉबी खान और लोकगीत के हस्ताक्षर ललित सिंह ठाकुर। श्री ठाकुर ने ही सर्वप्रथम छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा का नारा रायपुर के घड़ी चौक पर बुलन्द किया था। इन सभी कलाकारों ने छात्रों को संबोधित किया। ललित, सुनील तिवारी, क्षमानिधि मिश्रा ने इस अवसर पर गीत भी प्रस्तुत किए।
आरंभ में इस सत्र को संबोधित करते हुए श्रीगंगाजली एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष आईपी मिश्रा ने इस विंहगम आयोजन के लिए प्रभारी प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी तथा शालीनता के दायरे में रहकर उत्सव को मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस मंच का उपयोग अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए करें। उन्होंने कड़़े शब्दों में कहा कि यदि अभद्रता और अशालीनता देखने को मिली तो अगले साल से संविद नहीं होगा। उन्होंने स्मरण दिलाया कि अपने बीआईटी के दिनों में भी उन्होंने अनावश्यक हुड़दंग के चलते एक बार आयोजन को बीच में ही समाप्त करवा दिया था।