दुर्ग। पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे भारत 21वीं सदी में विश्व का दर्पण बने, इस हेतु शिक्षक बच्चों का मार्गदर्शन, सृजन व निर्माण करें। किसी भी कार्य को हृदय से करें। शिक्षा का व्याख्यान इस तरह से करें कि बच्चे, प्रदेश व राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्ता, सार्थकता व उपयोगिता दे सकें। जिस तरह से जल धारा सुखी पेड़ को हरा भरा बनाकर नए जीवन का सृजन करता है। शिक्षक उन्हीं तरह से बच्चों को उच्च शिक्षा, ज्ञान एवं बौद्धिक क्षमता से बच्चों का भविष्य निर्माण करें। वे साइंस कालेज में एक कार्यक्रम में शिरकत करने से पहले स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद महाविद्यालय परिवार को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर छात्र संघ अध्यक्ष रश्मि राय भी उपस्थित थी।