दुर्ग। विज्ञान प्रसार के सहयोग से छत्तीसगढ़ विज्ञान मंच द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रकृति अध्ययन गतिविधि शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय व अनुसन्धान केंद्र के निदेशक डा शैलेन्द्र जैन के मुख्य आतिथ्य तथा शिक्षाविद डा हरि नारायण दुबे की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। साइंस सेन्टर भोपाल के सचिव अरुण भार्गव भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। read more
डॉ जैन ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, प्रकृति सबकी देखभाल करती है किन्तु मनुष्य प्रकृति की उपेक्षा करता है। प्रकृति के संरक्षण से ही दुनिया जीने लायक बनी रहेगी इसीलिए जरुरी है कि प्रकृति से प्रेम करें एवं उसे समझें तथा संरक्षण में योगदान दें। अध्यक्षता करते हुए डॉ हरिनारायण दुबे ने कहा कि समाज को विकास का ऐसा मॉडल अपनाना चाहिए जिससे पर्यावरण तथा विकास में संतुलन बना रहे।
छत्तीसगढ़ विज्ञान मंच की सचिव डा भाग्या भार्गव ने प्रतिभागी शिक्षकों की सराहना करते हुए बतलाया की प्रदेश के 21 जिलों के 40 शिक्षकों ने इस कार्यशाला में भागीदारी दी। प्रतिभागी शिक्षकों ने अपने-अपने स्कूल में ‘विज्ञान क्लबÓ गठित कर प्रकृति के प्रति बच्चों में जागरूकता लाने के प्रयास करने का संकल्प भी लिया। प्रतिभागियों द्वारा विकसित शैक्षणिक सामग्री की प्रदर्शनी भी लगाई गई। अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को ‘नेचर स्टडी किटÓ प्रदान किया गया।
छत्तीसगढ़ विज्ञान मंच के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो डी एन शर्मा के संयोजन में आयोजित इस कार्यशाला के संचालन में बी एल बलैया, जयकरण सोनी व डा प्रज्ञा सान्कुले ने सक्रिय योगदान दिया।