भिलाई। कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नीलू ठाकुर का मानना है कि भाजपा शासन में प्रदेश की बेटियां असुरक्षित हैं। आदिवासी अंचलों में बेटियों की अस्मत छात्रावासों में लूटी जा रही है और सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। यहां प्रेस क्लब में इस प्रतिनिधि से विशेष चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि झलियामारी में जो कुछ भी हुआ वह तो मात्र के सैम्पल है। वास्तव में पूरे प्रदेश में महिलाओं की यही स्थिति है। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कोई घटना प्रकाश में आती है और हंगामा मचता है तो प्रशासन पूरे मामले को दबा देने में जुट जाता है। read moreमहिला कांग्रेस इस स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास करेगी। प्रदेश के बालिका छात्रावासों, कन्या शालाओं तथा महिला महाविद्यालयों के पास पुलिस और सीसीटीवी कैमरों की मांग की जाएगी ताकि दोषी को मय सबूत पकड़ा जा सके और छत्तीसगढ़ की बेटियां स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। इन मुद्दों को लेकर जिलाधीश कार्यालय पर धरना भी दिया जाएगा।
नीलू ठाकुर ने बताया कि महिला कांग्रेस के पदाधिकारी जल्द ही रेंज के आईजी से भी मिलेंगे तथा उनसे प्रत्येक जिले में महिला सेल के गठन की मांग करेंगे। महिला प्रताडऩा के मामले में पुलिस को संवेदनशील बनाने की अपील करेंगे तथा दोषी को बिना उसके पद और पार्टी की परवाह किए सजा दिलाने की मांग करेंगे।
जिले में महिला बाल विकास अधिकारी के पद पर वर्षों से काबिज व्यक्ति के खिलाफ टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि वे शासन से इस अधिकारी के स्थानांतरण की मांग करेंगी। यह शासन की ही नीति है कि कोई अधिकारी एक ही स्थान पर 2 या 3 साल से अधिक नहीं रहना चाहिए। इससे कार्य में उसकी रुचि कम होने लगती है।
उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह सरकार के आदेश और इच्छा के अनुरूप कार्य कर रही है। उसे कानून की या आम आदमी की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसका विरोध करती है तथा शासन पर दबाव बनाने के लिए वह जेल भरो आंदोलन तक करने को तैयार है।
राशन कार्ड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वोट बटोरने के लिए सरकार ने पहले धड़ाधड़ अपात्रों के कार्ड बनाए और अब कार्डधारियों की संख्या कम करने के लिए पात्र लोगों के कार्ड भी निरस्त किए जा रहे हैं। इससे गरीब परिवारों में महिलाओं का जीवन कठिन हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार को गरीबों की कोई परवाह नहीं है। वह तो किसी तरह शासन में बने रहने के लिए उन्हें छल रही है।