दुर्ग। कालेज में मिलने वाली आजादी अथवा स्वच्छंदता का उपयोग विद्यार्थियों को अपने भविष्य की नींव के रूप में करना चाहिए। ये उद्गार शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशीलचंद्र तिवारी ने व्यक्त किए। डॉ तिवारी महाविद्यालय के सेमीनार हाल में नवप्रवेशित विद्यार्थियों हेतु आयोजित त्रिदिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों को संबोधित कर रहे थे। डॉ तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी जब शालेय जीवन से महाविद्यालयीन जीवन में प्रवेश करते हैं तो कभी कभी वे दिग्भ्रमित हो जाते हैं और अध्ययन पर ज्यादा ध्यान केंद्रित न कर अन्य क्रियाकलापों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। Read Moreऐसे विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है। डॉ तिवारी ने महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों के अधिकाधिक उपयोग की सलाह विद्यार्थियों को दी।
महाविद्यालय आईक्यूएसी की समन्वयक डॉ नीरजा रानी पाठक ने इंडक्शन समारोह की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए स्वशासी परीक्षा प्रणाली तथा पुनर्मूल्यांकन पद्धति की विस्तृत जानकारी देते हुए नवप्रवेशी स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को स्वशासी संबंधी भ्रामक दुष्प्रचारों से दूर रहने की भी सलाह दी। वाणिज्य के विभागाध्यक्ष डॉ ओपी गुप्ता कामर्स विषय में रोजगार की संभावनाओं विषय पर पावर पाइंट प्रेजेंटेशन दिया।
आईक्यूएसी के सदस्य प्रोफेसर प्रशांत श्रीवास्तव ने गणित, बायलाजी, कम्प्यूटर साइंस, कामर्स आदि समूहों में विभक्त विद्यार्थियों को महाविद्यालय में उपलब्ध भौतिक संसाधनों, परीक्षा प्रणाली, प्रश्नपत्रों के स्वरूप, सांस्कृतिक, खेलकूद, साहित्यिक गतिविधियों, छात्रवृत्ति, कैरियर काउंसिलिंग, छात्रावास आदि सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के सवालों के भी जवाब दिए गए। आईक्यूएसी की सदस्य डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी ने अपने प्रस्तुतिकरण में बायलाजी एवं वाणिज्य समूह के विद्यार्थियों को पाठेत्तर गतिविधियों से अवगत कराया। संचालन डॉ अंजली अवधियाने किया।
आयोजन में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों हेतु आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम में डॉ एसआर ठाकुर तथा डॉ प्राची सिंह का विशेष योगदान रहा।