शरीर को बचाने काटना ही पड़ता है सड़ा हुआ अंग : भूपेश
भिलाई। भिलाई नगर पालिक निगम के चौथे और राज्य में सबसे कम उम्र के महापौर देवेन्द्र यादव ने आज छावनी के लाल मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ ली। जिस परिवर्तन के लिए कांग्रेस ने युवा प्रत्याशी दिया था, उसकी झलक भी महापौर के भाषण में मिल गई। महापौर देवेन्द्र यादव ने कहा कि सबके आशीर्वाद से जीते हैं, सबके लिए काम करेंगे। आपको केवल इतना करना है कि यदि हम अच्छा काम करें तो हमारी तारीफ भले ही मत करना, लेकिन यदि कुछ गलत होता दिखे तो टोकना जरूर। अच्छे निंदक की भूमिका को बरकरार रखना, ताकि भिलाई की बेहतरी के लिए काम कर पाएं। Read More
आरंभ में सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि जनता ने उम्मीदों के साथ जिम्मेदारी सौंपी है। इसपर खरा उतरकर दिखाना होगा। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। कांग्रेस की इतनी बड़ी जीत से उत्साहित भूपेश बघेल ने कहा कि पार्टी को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें कुछ कड़े फैसले भी लेने पड़े हैं। किसी का भी नाम नहीं लेते हुए उन्होंने कहा कि यदि शरीर का कोई अंग जब सडऩे लगे तो जीवन बचाने के लिए उसे काटकर अलग करना ही पड़ता है। हम चाहते हैं कि पार्टी के सब लोग मिलकर काम करें तथा अपने शहर, अपने प्रदेश और अपने देश की भलाई के लिए काम करें।
सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कहा कि देवेन्द्र यादव की जीत कांग्रेस की सामूहिक जीत है। भिलाई की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ देवेन्द्र यादव को जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसपर खरा उतरने की जरूरत है। नगर निगम के नियमित कार्यों के अलावा भिलाई की जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप बड़े और महत्वपूर्ण कार्य भी करें, जिससे भिलाई की एक अलग पहचान बन सके। सांसद साहू ने अपेक्षा कि नगर निगम की नई परिषद नागरिकों और खासकर गरीब वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रखेगी।
समारोह में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरणदास महंत, विधायक अरूण वोरा, गुरमुख सिंह होरा, रविन्द्र चौबे, भिलाई के तीनों पूर्व विधायक भजनसिंह निरंकारी, बदरूद्दीन कुरैशी, प्रतिमा चंद्राकर तो शामिल हुए ही, रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक, विकास उपाध्याय, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हेमंत बंजारे, धर्मेन्द्र यादव आदि भी मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण करने के बाद देवेन्द्र यादव को लेकर सभी वरिष्ठ नेता नगर पालिक निगम पहुंचे जहां उन्हें महापौर की कुर्सी पर बैठाया गया।