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शिवनाथ से जल लेकर पहुंचे यज्ञस्थल

Mar 26, 2016

rudra-mahayagya-sarojरुद्र महायज्ञ में आज से पार्थिव शिवलिंग निर्माण शुरू, शुद्धिकरण के बाद यज्ञस्थल में अग्नि का हुआ प्रवेश, महिला मोर्चा राष्ट्रीय महासचिव सरोज ने किया स्वागत

भिलाई। सेक्टर-2 सड़क-1 में हो रहे रुद्र महायज्ञ के दूसरे दिन आज शिवनाथ से जाल लाया गया। इसके साथ ही पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं यज्ञशाला में अग्नि प्रवेश का मार्ग प्रशस्त हो गया। रुद्र महायज्ञ के अवसर पर सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगों के निर्माण का संकल्प लिया गया है। नगर पालिक निगम मुख्यालय के सामने पूर्व सांसद एवं भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय ने कलश यात्रा का स्वागत किया। Read More

rudra-mahayagya-kalashप्रात: लगभग साढ़े नौ बजे यज्ञस्थल से श्री हनुमंत वानरी सेना सेवा समिति का कारवां शिवनाथ के लिए रवाना हुआ। शिवनाथ में मंत्रोच्चार कर नदी से जल लेने का निवेदन करने पश्चात महायज्ञ के लिए जल लिया गया। तत्पश्चात केसरिया ध्वज लहराते हुए युवा अपनी अगुवाई में जल लेकर जीई रोड से होकर यज्ञस्थल के लिए रवाना हुए। सुपेला चौक पर इनके साथ महिलाओं का जत्था भी शामिल हो गया जिन्हें अपने सिर पर रखकर शिवनाथ का जल कलशों में यज्ञस्थल पहुंचाया। जत्थे का जगह जगह नागरिक अभिनंदन किया गया। सुपेला चौक के बाद नगर निगम मुख्यालय के सामने तथा चंद्रा मौर्या टाकीज चौक पर भी जलयात्रा का स्वागत किया गया।
उल्लेखनीय है कि इसी जल से मिट्टी को अभिसिक्त कर पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण किया जाना है। इसी जल से शिव अभिषेक के साथ ही यज्ञशाला का भी अभिषेक किया जाएगा। यज्ञशाला के शुद्धिकरण पश्चात वहां अग्नि प्रवेश कराया जाएगा। आज से ही महाभण्डारा भी प्रारंभ हो रहा है। दोपहर को द्वादश शिवलिंगों की झांकी का भी उद्घाटन कर दिया जाएगा।
झांकी दर्शन और दीपोत्सव
श्री हनुमंत वानरी सेना सेवा समिति ने बताया कि द्वादश शिवलिंगों की झांकी के अवलोकन के लिए 10 रुपए का शुल्क रखा गया है। इसी पर्ची से दीपोत्सव में दीप प्रज्जवलन भी किया जा सकेगा। दीपोत्सव में सवा लाख दीपों की रोशनी की जाएगी तथा इस अवसर पर यज्ञस्थल में बिजली की रोशनी नहीं होगी। इस विहंगम दृश्य को देखने के लिए हजारों लोगों के आने की संभावना है।
यज्ञ की यजमानी
श्री हनुमंत वानरी सेना सेवा समिति ने यज्ञ की यजमानी के लिए भी प्रबंध किये हैं। इसमें अलग अलग श्रेणी में शामिल हुआ जा सकता है। इसके लिए समिति के कार्यकर्ताओं से सम्पर्क कर दिन और समय सुनिश्चित करना होगा।

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