भिलाई। भारत सरकार के ‘स्टार्ट-अप’ इनीशिएटिव के तहत पहला बिजनेस इनक्यूबेटर स्थापित किया गया है। यह छत्तीसगढ़ का पहला बिजनेस इनक्यूबेटर है। बीआई को एमएसएमई मंत्रालय की मान्यता प्राप्त हुई है। बिजनेस इनक्यूबेटर का मुख्य उद्देश्य ऐसे व्यवसायों को सहायता प्रदान करना है जिनमें इनोवेटिव तकनीकी एवं आधुनिक व्यवसायिक प्रशिक्षण कि आवश्यकता होती है। रोजगार सृजन एवं आर्थिक विकास के लिये मान्यता प्राप्त महत्पूर्ण उपकरण प्रदान करना, विकसित टेक्नोलॉजी के शीघ्र व्यवसायीकरण के लिए प्लेटफार्म तैयार करना, शिक्षा, उद्योग व वित्तीय संस्थानों के मध्य नेटवर्क स्थापित करना होगा। इसके अतिरिक्त इस इनक्यूबेटर के माध्यम से मूल्यवर्धित सेवाएं, तकनीकी सलाह, आईपीआर एवं वित्तीय सेवाएं प्रदान की जाएंगी। साथही प्रोद्योगिकी आधारित उद्योगों को स्थापित करने के लिये उच्च क्षमता व विकास पार्क उपक्रमों को उपलब्ध कराया जाएगा।
एलएमसी की दूसरी बैठक एसएसटीसी में 27 अगस्त को आयोजित की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख अतिथि श्री राजीव एस, सह-निदेशक, एमएसएमई-डीआई, रायपुर, श्री जेसी पाणिग्रही, एलसीयेडी बैंक मेनेजर, देना बैंक, दुर्ग, श्री एमजी भैसारे, केभीआईसी, रायपुर, संस्था प्रमुख आई पी मिश्रा (अध्यक्ष) श्री गंगाजली एजुकेशन सोसाइटी, श्रीमती जया मिश्रा (उपाध्यक्ष), श्री गंगाजली एजुकेशन सोसाइटी, डॉ. पीबी देशमुख निदेशक एसएसटीसी, डॉ आरएन पटेल, मेंबर सेकरेट्री, एसएसटीसी, डॉ. सिद्धार्थ चौबे, योगी राज भाले शामिल हुए।