भिलाई। कोहका-कुरूद रोड स्थित संतोष रूंगटा कैम्पस में इन्टलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर एक-दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। समूह के इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मैनेजमेंट तथा साइंस के फैकल्टीज ने इस वर्कशॉप में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य के संबंध में समूह के डायरेक्टर एफएण्डए सोनल रूंगटा ने बताया कि इन्टलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के अंतर्गत पेटेंट्स, डिजाइन्स, ट्रेडमार्क एण्ड ज्यॉग्रफीकल इंडीकेशन्स, कॉपीराइट्स जैसे इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स किसी भी रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट एक्टिविटी के लिये बैरोमीटर का कार्य करती है जिससे सामान्यत: टेक्नालॉजी ट्रांसफर होती है तथा नेशनल एण्ड फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट आता है। परन्तु प्राय: यह देखा गया है कि बहुत से अविष्कारक अपने अविष्कार को साइंटिफिक तथा टेक्निकल जर्नल्स अथवा समाचारपत्रों में प्रकाशित नहीं करा पाने की वजह से तथा पेटेंट न होने से आविष्कार पर अपने एकाधिकार तथा उससे मिलने वाले व्यवसायिक लाभ से वंचित रह जाते हैं। अत: शोधकर्ताओं के हितों की रक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी प्रदान करने तथा अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने की दृष्टि से इस एक-दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन के रूप में गुजरात से आये विषय विशेषज्ञ पूजा मेनन तथा ध्रुव ब्रम्हभट्ट ने प्रतिभागियों को विषय संबंधी ज्ञान प्रदान किया। उपस्थित विषय विशेषज्ञों द्वारा इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी के अंतर्गत पेटेंट, डिज़ाइन्स, ट्रेड माक्र्स इत्यादि से संबंधित नियमों तथा आवश्यकताओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। प्रतिभागी फैकल्टीज़ ने आयोजित वर्कशॉप को महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की दृष्टि से अत्यंत ही लाभप्रद बताया।
मौके पर संतोष रूंगटा समूह के डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर आरसीइटी डॉ. एस.एम. प्रसन्नकुमार, प्रिंसिपल आरइसी डॉ. अजय तिवारी सहित समस्त विभागों के डीन, हेड तथा फैकल्टीज़ मौजूद थे।