भिलाई। जिला न्यायाधीश नीलम चंद सांखला ने कहा है कि इंसानियत ही मनुष् को इंसान बनाता है। इंसानियत न हो तो वह शैतान बन जाता है। श्री सांखला जंजगिरी स्थित मानसरोवर हायर सेकंडरी स्कूल में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे।
श्री सांखला ने मां को समर्पित अपने काव्य संग्रह बाई का नजरियो से कुछ कविताएं भी सुनाईं। उन्होंने कहा –
मां कचहरी में विराजती हैं
हर पल मुझे निहारती है
दुखियों की पीड़ा जब मैं सुनता हूं
मां की निगाहें चमक उठती हैं
दुखियों की पीड़ा जब मैं हरता हूं
मां मुझे अपने सीने से लगाती है।
श्री सांखला ने कहा कि कानून हमारी रक्षा के लिए बना है। हमें कानून की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने संविधान के मौलिक कत्र्तव्यों एवं अधिकारों के बारे में जानकारी देते बच्चों को भारत की प्राचीन संस्कृति, प्रकृति एवं धरोहर को सहेजने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बच्चों से क्रोध का त्याग करने की सीख देते हुए कहा कि हम क्रोध चाहे जिसपर करें, वह सबसे पहले स्वयं हमें जलाता है।
कार्यक्रम में सीएसवीटीयू के कुलपति मुकेश कुमार वर्मा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिग्विजय सिंह, विद्यालय के संरक्षक बेदूराम साहू, गंगोत्री विद्यालय के प्राचार्य मदन सिंह राजपूत सहित शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।