चौथीं के छात्र ने कलेक्टर को सुनाया 22 का पहाड़ा
दुर्ग। शौचालय निर्माण के बाद भी इसके उपयोग को लेकर जहां काफी मशक्कत करनी पड़ रही है, वहीं आत्माराम जैसे कुछ प्रेरणादायी ग्रामीण भी हैं, जो न केवल अपनी पाली हुई बकरी बेचकर घर में शौचालय निर्माण किए हैं, बल्कि इसका निरंतर इस्तेमाल कर ग्रामीणों के लिए मिसाल बने हुए हैं। जिला कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता ने खपरी-सिलोदा का दौरा कर आत्माराम निषाद से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने आत्माराम के बकरीपालन व्यवसाय को और बढ़ाने के लिए शेड निर्माण की मंजूरी भी प्रदान की।आत्मा राम ने कलेक्टर को बताया कि स्वच्छता अभियान से मिली प्रेरणा से उन्होंने अपने घर में शौचालय बनाया है। जब उन्होंने शौचालय बनाने की सोची तब तत्काल उनके पास रकम की व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने अपनी पाली हुई बकरी बेचकर रकम जुटाई और महिलाओं के लिए शौचालय बनवाया। कलेक्टर के समक्ष खुशी प्रकट करते हुए कहा कि उनके घर से अब कोई भी सदस्य शौच के लिए बाहर नहीं जाते हैं।
कलेक्टर ने गांव में सिलाई-कढ़ाई से अतिरिक्त आमदनी जुटा रही ग्रामीण महिलाओं के काम-काज की भी सराहना की और उनका हौसला बढ़ाया। राज्य सरकार के श्रम विभाग से इन महिलाओं को नि:शुल्क सिलाई मशीन मिली है। लगभग दो दर्जन महिलाएं संगठित होकर कपड़े सिलाई का आर्डर लेती हैं। कलेक्टर ने इन महिलाओं के कारोबार में और वृद्धि के लिए मुद्रा लोन से ऋण सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने नगरीय निकाय इलाके में दुकान आबंटित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। श्रीमती आर. शंगीता ने खपरी-सिलोदा में संचालित उप स्वास्थ्य केन्द्र का भी अवलोकन किया। उन्होंने केन्द्र पहुंती श्रीमती अहिल्या बाई की तीन माह की बेटी को पोलिया दवाई पिलाकर आजीवन निरोग रहने के लिए शुभकामनाएं दी। स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा ग्रामीणों और मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं और परिसर की साफ-सफाई के प्रति संतुष्टि जाहिर की। कलेक्टर ने गांव की प्रायमरी स्कूल का भी निरीक्षण किया। कक्षा चैंथी के छात्र श्री शंकर द्वारा फर्राटेदार तरीके से 22 का पहाड़ा सुन कलेक्टर गदगद हुई और गुणवत्ता के प्रति संतुष्टि जाहिर की। आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त माया वारियार भी दौरे में साथ थीं।