भिलाई। आज जब लोग थोड़ी अतिरिक्त कमाई के लिए ड्यूटी के बाद भी कोई न कोई ऊठापटक करते रहते हैं तब ‘कल्पतरू’ जैसी इकाइयां आशा जगाती हैं। ‘कल्पतरू’ निजी क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों की एक ऐसी इकाई है जो अपने वेतन में से थोड़ा थोड़ा अंशदान कर सीमित साधनों वाले बच्चों की मदद करती है, पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करती है। ‘कल्पतरू’ इकाई स्वरूपानंद महाविद्यालय के शैक्षणिक स्टॉफ के आर्थिक सहयोग से चलाई जाने वाली संस्था है। इस संस्था के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े सामाजिक सहभागिता व पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्य किये जाते है। सत्र 2017-18 में कल्पतरू ने रूवाबांधा में स्थित ज्ञानोदय विद्यालय को गोद लिया यहाँ अधिकांशत: श्रमिक बस्ती के विद्यार्थी पढ़ने आते है। उनके लिये शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया नव प्रवेशित विद्यार्थियों को टिफिन बॉक्स, आवश्यक स्टेशनरी व खाद्य पदार्थ वितरित किये गये।
ज्ञानोदय विद्यार्थियों को महाविद्यालय परिसर में लाकर नैतिक कहानियाँ – महासागर, द्वीप आदि से संबंधित वीडियो दिखाया गया व उनसे संबंधित प्रश्न पूछे गये व सही जवाब देने पर उपहार दिया गया। विद्यार्थियों के लिये पहला अनुभव था वीडियो में कहानी आदि को देखना। विद्यार्थियों के चेहरे की प्रसन्नता देखते ही बनती थी। बच्चों के लिये मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्ण भाग लिया।
कल्पतरू इकाई द्वारा दीपक नगर शासकीय प्राथमिक शाला में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया, चित्रकला में विद्यार्थियों ने अपनी कल्पना के इंद्रधनुषी रंग बिखेरे, किसी ने पर्यावरण के प्रति अपने प्रेम को अभिव्यक्त किया तो किसी ने सूर्योदय के मनमोहक चित्र उकेरे तो किसी ने कटते जंगलों के प्रति चिंता व्यक्त की। वहीं किसी ने ग्रामीण जीवन की झांकी प्रस्तुत की किसी ने विद्यार्थियों के लिये कितने भाई कितने, ऐसे कैसे, दौड़ आदि मनोरंजक खेल कराये गये, विद्यार्थियों ने अपने मधुर गीतों से मन मोह लिया वहीं नृत्य में भी अपनी प्रतिभा के जलवे बिखेरे, प्रतिभा व क्षमता विद्यार्थियों में कूट-कूट कर भरी थी। आवश्यकता विद्यार्थियों को मंच प्रदान करने की व मौका देने की थी।
पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता अभियान हेतु इंदिरा मार्केट व्यापारिक संघ एवं आदर्श नगर के विविध दुकानों में गमले लगाये व डस्टबीन दिये गये। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिये लोगों से अपील की कि इसी कड़ी में कलेक्टोरेट परिसर में पौधे लगे गमले दिये गये। ज्वाइंट कलेक्टर के.आर भगत ने कल्पतरू इकाई के इस पहल की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के प्रयास से पर्यावरण को संरक्षित रख सकते है।
कल्पतरू प्रभारी श्रीमती अजीता सजीथ ने बताया कल्पतरू इकाई द्वारा प्रतिभावना शुल्क जमा न कर सकने वाले विद्यार्थियों की फीस दी जाती है। इस वर्ष तीन विद्यार्थियों की फीस दी गई व चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक सहायता प्रदान की गई ।
महाराजा चौक बोरसी सघन व्यवसायिक क्षेत्र है जहाँ पौधे रोपना संभव नहीं है, इस क्षेत्र में गमले में लगे पौधे दुकानदारों को वितरित किये गये व ऐसे पोधे दिये गये जो कम देखभाल में जीवित रह सके, व जिसे बकरी, गाय आदि न खा सके। व्यापारियों ने विश्वास दिलाया कि वे पौधे को सुरक्षित रखेंगे व कचरा डस्टबिन में ही डालेंगे।
कल्पतरू द्वारा समय-समय पर सामाजिक सहभागिता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।