दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर गृहविज्ञान विभाग के तत्वाधान में समूह चर्चा के अन्तर्गत ‘वर्तमान में जीवन साथी के चयन का आधार’ विषय पर छात्राओं ने अपने बेबाक विचार प्रस्तुत किये। वक्ताओं के द्वारा इसमें आर्थिक आत्मनिर्भरता के महत्व को रेखांकित किया गया। इस आयोजन की मुख्य वक्ता अंचल की सुप्रसिद्ध इवेंट आॅर्गेनाईजर श्रीमती प्रतिमा तोमर थी। गृहविज्ञान की प्राध्यापक डॉ. रेशमा लाकेश ने बताया कि समूह चर्चा में छात्राओं ने नि:संकोच अपने विचार प्रस्तुत किये। अधिकांश छात्राओं ने कहा कि पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ ही शैक्षणिक स्तर पर ही चयन करना सार्थक रहता है। वहीं कुछ छात्राओं ने आर्थिक आत्मनिर्भरता को आवश्यक तत्व बताया। उनके अनुसार अच्छी नौकरी या व्यवसाय से आत्मनिर्भरता एवं भविष्य की मजबूत आधारशिला को हम मुख्य मानते है। एक छात्रा ने इन गुणों के साथ सजातीय एवं आयु अंतराल को भी महत्वपूर्ण माना। उसके अनुसार सामाजिक व्यवस्था को नकारा जाना ठीक नहीं है। समूह चर्चा में बीच-बीच में जहाँ विचारों में भिन्नता नजर आई वहीं बहुत ही विचारोत्तेजक तथ्यों पर भी प्रकाश डाला गया।
एक छात्रा ने कुंडली मिलान को महत्वपूर्ण मानते हुए रक्त समूह के मिलान को भी उचित बताया। उसके अनुसार ज्योतिष विज्ञान काफी समृद्ध है और ग्रहों की मान्यता के बल पर उसे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि कुंडली एवं गोत्र मिलान किया जाना चाहिए।
इस चर्चा में जीवनसाथी के व्यवहार, आदतों एवं रूचियों को लेकर भी विचार विमर्श हुआ। अधिकांश छात्राओं ने इन बिन्दुओं को जीवन का मजबूत आधार माना।
मुख्य वक्ता श्रीमती प्रतिभा तोमर ने भी छात्राओं को संबोधित किया और सारगर्भित विश्लेषण किया। इस अवसर पर गृहविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता सहगल, डॉ. अल्का दुग्गल, डॉ. मीनाक्षी अग्रवाल ने भी अपने विचार सांझा किए तथा मार्गदर्शन दिया।