भिलाई। एमजे कालेज के फार्मेसी विभाग के बच्चों ने गोवा ट्रिप के दौरान कई अनुभव प्राप्त किए। इस सात दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम में उन्होंने गोवा के तटीय परिवेश में पाए जाने वाले पादपों की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही वहां के खान-पान का भी गहन अध्ययन किया। गोवा के इतिहास प्रसिद्ध बैसिलिका गिरिजाघर के साथ ही उन्होंने वहां के विश्व प्रसिद्ध समुद्र तटों का भ्रमण भी किया। टीम को सकुशल लौटने पर महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर, प्राचार्य डॉ टिकेश्वर कुमार ने बधाई दी है।एमजे कालेज के फार्मेसी विभाग के व्याख्याता अंशुल राम, सूरज श्रीवास्तव एवं सुश्री अंजलि वाहने के नेतृत्व में गोवा रवाना हुए इस दल को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर महाविद्यालय के सीओओ वीके चौबे, पंकज सिन्हा, अख्तर अजीज खान ने विदाई दी। दल पहले मुम्बई पहुंचा जहां एक दिन का स्टे था। यहां उन्होंने गेटवे ऑफ इंडिया, होटल ताज, अंबानी की एन्टिलिया के साथ ही अन्य ऐतिहासिक इमारतों के दीदार किये। दूसरे दिन दल गोवा रवाना हो गया।
बच्चों ने बताया कि गोवा की आबोहवा में पहुंचते ही उन्होंने अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ा हुआ महसूस किया। उन्होंने यहां काफी लंबी लंबी पदयात्राएं कीं पर थकान बिल्कुल महसूस नहीं किया। गोवा का सीफूड हालांकि बहुत महंगा है पर बेहद स्वादिष्ट है। गोवा के लंबे समुद्र तट की स्वच्छता ने उन्हें काफी प्रभावित किया।
उन्होंने बताया कि गोवा में किराए की टू व्हीलर भी मिलती है। इसे आप स्वयं चला सकते हो। उन्होंने एक्टिवा किराए पर ली और दो-दो की संख्या में गोवा देखने निकले। पर छत्तीसगढ़ में नो एंट्री जोन और वन वे का उनका कोई अनुभव नहीं था। वहां लगातार गलती करते रहे और पुलिस चालान काटती रही।
उन्होंने बताया कि गोवा ने उन्हें काफी इम्प्रेस किया। वे चाहेंगे कि वहां मिली सीख को अपने आचरण में उतार सकें। अपने राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में वे अपने स्तर पर तो प्रयास कर ही सकते हैं।