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गर्ल्स कॉलेज में तीज मिलन, सोलह शृंगार में रैम्प पर उतरी महिलाएं

Sep 3, 2019

दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में तीज मिलन का आयोजन किया गया जिसमें सभी महिला प्राध्यापकों ने रंग-बिरंगे परिधान में अपनी सहभागिता दी। महिलाएं सोलह शृंगार में रैम्प पर उतरीं। प्रतिभागियों को हरतालिका तीज के कथा वृत्तांत की भी जानकारी प्रदान की गई।  महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. रेशमा लाकेश ने संचालन करते हुए बताया कि हमारा देश और हमारा प्रदेश विभिन्न सांस्कृतिक एवं पारम्परिक अवसरों का खजाना है। इन पारम्परिक त्यौहारों के जरिये हम सौहाद्र एवं आपसी सद्भाव का आदान-प्रदान करते है। महिला प्रकोष्ठ इन सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाता है।दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में तीज मिलन का आयोजन किया गया जिसमें सभी महिला प्राध्यापकों ने रंग-बिरंगे परिधान में अपनी सहभागिता दी। महिलाएं सोलह शृंगार में रैम्प पर उतरीं। प्रतिभागियों को हरतालिका तीज के कथा वृत्तांत की भी जानकारी प्रदान की गई। महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. रेशमा लाकेश ने संचालन करते हुए बताया कि हमारा देश और हमारा प्रदेश विभिन्न सांस्कृतिक एवं पारम्परिक अवसरों का खजाना है। इन पारम्परिक त्यौहारों के जरिये हम सौहाद्र एवं आपसी सद्भाव का आदान-प्रदान करते है। महिला प्रकोष्ठ इन सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाता है। इसी कड़ी में तीज मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे देश में तीज त्यौहार की सांस्कृतिक परम्परा चली आ रही है, खास तौर पर सुहागिनों का त्योहार तीज हमारे प्रदेश में परंपरागत रूप से मनाया जाता है। हमारे महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम अत्यंत प्रशंसनीय है।
संयोजक डॉ. रेशमा लाकेश ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि आज का दिन लाल, पीले और हरे रंग के परिधान के साथ सोलह-श्रृंगार के साथ सुनिश्चित किया गया। आयोजन में फैशन शो (रैम्प वॉक) के साथ ही सांस्कृतिक आयोजन किये गये। डॉ. सीमा अग्रवाल ने हरलातिका तीज की कथा वृतांत एवं महत्व बताया। डॉ. यशेश्वरी धु्रव ने छत्तीसगढ़ी भाषा में यहाँ की सांस्कृतिक परंपरा का वर्णन किया। इसके पश्चात् सभी महिला प्राध्यापकों ने नृत्य एवं गायन के माध्यम से अपनी खुशी को व्यक्त किया। डॉ. ऋतु दुबे ने घूमर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन डॉ. ऋतु दुबे ने किया।

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