दुर्ग। शासकीय डॉ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में इस दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि यह दिवस पूर्ण सहभागिता और समानता को प्रदर्शित करता है। दिव्यांग व्यक्तियों को समाज में विकास के बराबर अवसर मिले तथा उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए अवसर मिलता है। यूथ रेडक्रॉस प्रभारी डॉ. रेशमा लाकेश ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर, राष्ट्रीयस्तर और क्षेत्रीय स्तर पर दिव्यांगजनों के लिए पुनरूद्धार, रोकथाम और बराबरी के अवसर पर जोर देने हम सभी कृत-संकल्पित है। इसके साथ ही हमारे महाविद्यालय में कुछ छात्राएँ विगत वर्षों से अध्ययनरत् है, जो कि न सिर्फ सफलतापूर्वक अध्ययन कर रही है बल्कि विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेकर पुरस्कार भी प्राप्त करती है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय में कार्यरत् कमलेश कुमार साहू का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया गया। महाविद्यालय में अध्ययनरत् श्रवण बाधित एवं अस्थि बाधित छात्राओं का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर नृत्य विभाग की प्राध्यापक डॉ. ऋचा ठाकुर ने दिव्यांग छात्राओं को नृत्य विधा सिखाने के अपने अनुभव बताए तो वहीं चित्रकला विभाग के डॉ. योगेन्द्र त्रिपाठी ने श्रवण बाधित छात्रा के राष्ट्रीय स्तर पर चित्रकला स्पर्धा में प्रतिभागिता एवं पुरस्कृत होने पर इसे उल्लेखनीय बताया। सम्मान पाकर अभिभूत कु. आस्था पाण्डे, फरहीन शेख, अंजना एवं टीनल ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
सम्मान समारोह के अंत में डॉ. ज्योति भरणे ने आभार व्यक्त किया।