भिलाई। एमजे कालेज ने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंस्पिरेशनल इकोनॉमी आईआईआईई, बहरीन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत विद्यार्थियों की मानसिकता, उत्सुकता एवं प्रतिस्पर्धी क्षमताओं का विकास होगा। इस समझौता पत्र पर आईआईआईई के निदेशक डॉ मोहम्मद बुहेजी एवं एमजे कालेज की निदेशक श्रीलेखा विरुलकर ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार को डॉ बुहेजी एवं डॉ दूनिया अहमद ने संबोधित किया। डॉ बुहेजी ने बताया कि युवाओं में कुछ कर गुजरने की इच्छा तो है पर वे दुनिया को अपने नजरिये से स्वयं देखना चाहते हैं। एप्स के जरिए वे औरों के करीब आ रहे हैं पर इसे कार्य में परिणत करना इतना आसान भी नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि वे टीम की तरह काम करें। ऐसे वे संस्थागत रूप से कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कल्पनाशीलता मानसिकता और उत्सुकता के बीच सेतु का काम कर सकती है। यदि आप अपनी इच्छाओं को मन की आंखों से फलित होते हुए देख सकते हैं तो योजना बनाकर उसपर काम करना भी आसान हो जाता है। उन्होंने महाविद्यालयीन छात्रों से कहा कि वे भी सपना देखें और उसे साकार करने के लिए टीम बनाकर काम करना शुरू कर दें।
डॉ दूनिया ने सफलता में संस्थागत शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह एक ऐसी जगह है जहां आपको समान दिशा में प्रयास करने वाला समूह मिल जाता है। इनके साथ मिलकर काम करना, चुनौतियों का मिलकर सामना करना और छोटी छोटी प्रतियोगिताओं के माध्यम से स्वयं को आगे के जीवन के लिए तैयार किया जा सकता है।
सेमिनार को महाविद्यालय की निदेशक श्रीलेखा विरुलकर ने भी संबोधित किया। प्राचार्य डिग्री कालेज डॉ अनिल चौबे, प्राचार्य फार्मेसी कालेज डॉ टी कुमार, प्राचार्य नर्सिंग महाविद्यालय सी कन्नम्मल सहित प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, व्याख्याता एवं विद्यार्थीगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।