भिलाई। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) की टॉप-100 फार्मा कालेजों की सूची में संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित रूंगटा कालेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च को शामिल किया गया है। यह सर्वे केन्द्र सरकार की एनआइआरएफ द्वारा की गई है। इस रैंकिंग से कालेज को अनुदान प्राप्त करने एवं छात्रों को रिसर्च फेलोशिप मिलने में सुविधा होती है। आरसीपीएसआर को इस सूची में 75वां स्थान दिया गया है।
एमएचआरडी की इस टॉप 100 रैंकिंग फ्रेमवर्क सूची में भिलाई की दो तथा रायपुर की एक संस्था को शामिल किया गया है। एनआईआरएफ रैंकिंग के दौरान कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता, टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ, प्रैक्टिकल के उपकरण, थ्योरी क्लासेस की सुविधा, रेगुलर एवं एडहॉक टीचर्स की संख्या, लाइब्रेरी, प्ले ग्राउंड, सोशल एवं कल्चरल एक्टिविटी पर अंक दिये जाते हैं। इंजीनियरिंग में शंकराचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तथा एनआईटी रायपुर शामिल किये गये हैं। फार्मेसी के क्षेत्र में आरसीपीएसआर राज्य से चयनित एकमात्र संस्थान है।
समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने कहा कि महविद्यालय पिछले 3 सालों से लगातार टॉप-100 की सूची में बना हुआ है तथा उसकी रैंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है। समूह के अधिकांश महाविद्यालयों को अच्छी रैंकिंग है और यहां विदेशी बच्चे भी अध्ययन करते हैं। हमारा प्रयास उच्च गुणवत्ता स्तर को बनाए रखते हुए रिसर्च एक्टिविटीज को बढ़ावा देने का रहा है। इस रैंकिंग के मिलने से महाविद्यालय की प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ है। केन्द्र सरकार से अनुदान मिलने की में सहूलियत होती है। नैक मूल्यांकन में भी इस रैंकिंग को वेटेज मिलता है। इतना ही नहीं छात्रों को रिसर्च फेलोशिप मिलने में सुविधा होती है। उनके प्रोजेक्ट पर सभी की निगाहें रहती हैं। इंडस्ट्री में अच्छी प्लेसमेंट मिलती है।