भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टटीयूशंस द्वारा संचालित रूंगटा डेन्टल कॉलेज भिलाई द्वारा नेशनल वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार कोविड-19 जांच, बचाव एवं उपचार विषय पर केन्द्रित था। उपरोक्त वेबीनार में देश भर के विख्यात वक्ताओं ने भाग लिया। मुख्य वक्ता में डॉ. दीप्ति चौरसिया, भोपाल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज भोपाल, डॉ. सुलग्ना गुप्ता मलेशिया, डॉ सांत्वना, डी वाय पाटिल मेडिकल कॉलेज। इस वेबिनर में मेडिकल, डेंटल और बायोलॉजी संकाय के छात्रो ने रिसर्च पेपर प्रस्तुत कियें। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्था के चेयरमेन संजय रूंगटा ने किया। उन्होने कहा कि आज के समय में जब सब्जेक्ट एक्सपर्टस को एक साथ – एक स्थान में आकर तथा सैकडों श्रोताओं को इकट्ठा करना नामुमकिन सा लगता था पर ऑन लाइन वेबीनार ने इस समस्या का समाधान प्रस्तुत करते हुए इतनी बडी एक्सपर्ट गैदरिंग को मुमकिन बनाया। ऑनलाइन वेबीनार ने आज के समय के बहुचर्चित तथा महत्वपूर्ण विषय को रेखांकित किया है तथा लोगो को जागरुक बनाया है। चेयरमेन संजय रुंगटा ने सभी वक्ताओं, श्रोताओं तथा ऑर्गेनेआजिंग टीम को बधाई तथा शुभकामनाएं दी।
कॉलेज के डीन डॉ. सुधीर पवार ने अपने उद्बोधन मे कहा कि कोविड -19 की जांच, बचाव के तरीके तथा उपचार के बारे में लेटेस्ट अपडेट्स प्रदान करने में यह ऑनलाइन वेबीनार मील का पत्थर साबित होगी । देष के विभिन्न व प्रख्यात इंस्टीट्यूटस के वक्ताओ को इस विषय मे बोलते हुए सुनना वर्तमान परिस्थितियों मे सभी के लिये अत्यंत उपयोगी होगा।
कनवेनर डॉ. रीना कुलश्रेष्ठ ने कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद के वेबीनार के सभी वक्ताओ एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उनका परिचय दिया। साथ ही साथ कार्यक्रम की मुख्य दिशा तथा कार्यक्रम सारणी की व्याख्या की।
मुख्य वक्ता डॉ. दीप्ति चौरसिया ने कोविड – 19 के डायग्नोसिस का व्याख्यान किया। उन्होने भारतीय टेस्ट किट्स की तारीफ करते बतलाया कि यह किट्स उपयोग मे आसान है तथा ज्यादा भरोसेमंद भी साबित हुए है। उन्होने अपने प्रेसेन्टेशन मे डायग्नोसिस में आने वाली चुनौतियो ट्रेड स्टाफ की जरुरत, पी.पी.ई. किट को पहनने व उतारने की तकनीक तथा एरोसोल के बारे में बतलाया।
डॉ. सुलग्ना गुप्ता ने कोरोना के फैलने के बारे मे बताया कि यह चमगादड से उत्पन्न हुआ ऐसी प्रमाणित नहीं हुआ है तथा इस पर अभी रिसर्च जारी है। उन्होने यह भी बतलाया कि मुख्य रूप से यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के छींकने/ खांसने से उत्पन्न हाने वाली रेस्पिरेटरी ड्राप्स से फैलता है। इससे बचाव हेतु निरंतर अपने हाथ साबुन से धोना, सेनेटाइजर का उपयोग करना तथा स्वच्छता बनाए रखना आदि शामिल है।
डॉ सांत्वना ने कोविड – 19 के लक्षणों के बारे मे बतलाया कि मरीज को मुख्य रुप से बुखार, थकान, खांसी, दस्त व सर्दी आदि पाया जाता है। संक्रमित व्यक्ति को क्वारंनटाइन मे रखकर , मल्टी विटामिन एंटी इन्फलामेट्री तथा एंटी वायरल दवा का उपयोग किया जाता है।
मुख्य वक्ताओं के उद्बोधन के पश्चात 15 रिसर्च पेपर प्रेसंटेशन दिये गए जिसका संचालन डॉ राम तिवारी ने किया। डॉ सुधांशु ने कार्यक्रम के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की तथा कॉलेज के वाइस डीन डॉ जयदीप सूर ने भी संबोधित किया तथा कोर टीम को बधाई दी। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राखी धोनमोडे द्वारा दिया गया। कार्यक्रम मे दो सौ पचास प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन में डेन्टल कॉलेज के कौशिक भट्टाचार्या, शरीत शेखर बरमन, डॉ बृज एवं डॉ रंजू का विशेष योगदान रहा।