दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में ऑनलाइन शिक्षण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कोरोना संक्रमण के दौर में शिक्षण संस्थाएं काफी प्रभावित हुई हैं। नियमित पाठ्यक्रमों के साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस गैप को ऑनलाइन शिक्षण एवं वीडियो लेक्चर्स के द्वारा पाटने का प्रयास किया जा रहा है। लॉकडाऊन के समय उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्नातकोत्तर कक्षाओं के पाठ्यक्रम ऑनलाईन माध्यम से पूर्ण किए गए। प्राध्यापकों ने घर से ही विेंडयो लेक्चर तैयार कर पोर्टल एवं वेबसाइट में अपलोड किए हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने बताया कि ऑनलाइन में शिक्षकों को भी कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं बातों को फोकस करते हुए कार्यशाला का आयोजन किया गया। विषय-विशेषज्ञ प्रो विकास पंचाक्षरी ने पावर प्वाइन्ट के जरिए ऑनलाइन शिक्षण की बारिकियां बतलाई।
डॉ पंचाक्षरी ने वीडियो लेक्चर तैयार करने के विभिन्न प्रकारों का सविस्तार वर्णन करते हुए बताया कि वीडियो लेक्चर को कैसे जीवतं और रूचिकर बनाया जावे। विद्यार्थियों को पाठ्यसामग्री आसानी से एवं रूचिपूर्ण ढंग से समझा सकें इसके लिए का कौन-कौन से टूल्स का हम उपयोग करें। विभिन्न एप्प के माध्यम से लेक्चर की रिकार्डिग एवं बेहतर प्रस्तुतीकरण को असानी से समझाया।
प्राध्यापकों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि नये सत्र में हमें इसके लिए अपने को तैयार रखना है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ ऋचा ठाकुर ने किया। इस अवसर पर कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देशों का पालन करते ह हुए प्राध्यापकगण उपस्थित थे।