भिलाई। ब्रह्माकुमारी प्राची ने कहा है कि जिस तरह हम दिनभर मोबाइल को चलाने के लिए उसे एक बार फुल चार्ज कर लेते हैं, ठीक उसी तरह हमें अपने मन को, अपनी सोच को भी प्रतिदिन एक बार ईश्वरीत तत्वों से युक्त कर लेना चाहिए। प्राची बहन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित चतुर्दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं।ऑनलाइन यूट्यूब चैनल पर अपने संबोधन में राजयोग की वरिष्ठ शिक्षक ब्रह्माकुमारी प्राची ने कहा कि जीवन को इंग्लिश में लाइफ कहते है। अर्थात लुकिंग इन्वर्ड्स एंड फॉरवर्डिंग एक्सटरनली। अपने अंदर देखते चेक करते जाओ तथा बाहर परिस्थियों का सामना करते आगे बढ़ते जाओ। मेरे अंदर खुशी होगी तो वह मेरे कर्म में झलकेगी और यदि मेरे अंदर अशांति है वह भी मेरे कर्म द्वारा बाहर प्रत्यक्ष होगा। ऑफिस से घर आये तो टेंशन, घर से ऑफिस गए तो टेंशन।
उन्होंने कहा कि जैसे मोबाइल को दिनभर इस्तेमाल करने के लिये कुछ समय इलेक्ट्रिक से चार्ज करना पड़ता है। ठीक उसी प्रकार हम भी तो दिन भर मन बुद्धि का इस्तेमाल करते है, तो उसे चार्ज करने के लिए शक्तियों के परम स्त्रोत परमात्म से मन बुद्धि को चार्ज करना आवश्यक है।
तब हमारे जीवन में योगः कर्मेशु कोशलम अर्थात कर्म करते भी सदा हल्का प्रसनचित शान और शक्तिशाली अनुभव होगा।