भिलाई। एनर्जी इनोवेटर सम्मान प्राप्त मूलचंद जैन ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए भी ऊर्जा का संरक्षण करना जरूरी है। बिजली और पानी के विवेकपूर्ण उपयोग से भी हम ऊर्जा की खपत में कमी ला सकते हैं और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम कर सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ग्लोबल वार्मिंग से ग्लेशियर पिघलने लगे हैं और हमारी भावी पीढियां खतरे में हैं। श्री जैन अपने सम्मान में माँ शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित ‘अपनों का सम्मान अपनों के द्वारा’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री जैन को यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान एसोसिएशन ऑफ एनर्जी इंजीनियर्स, अटलांटा यूएस द्वारा प्रदान किया गया है। अपने कर्मजीवन में वे ऊर्जा की औद्योगिक खपत में 25 हजार टन से अधिक तेल बचाने में सफल रहे हैं। इससे कार्बन उत्सर्जन में एक लाख टन तक की कमी आई है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होती है बल्कि ऊर्जा लागत में भी कमी आती है। उन्होंने कहा कि हमारे घर तक पहुंचाई गई प्रत्येक यूनिट बिजली के लिए दो युनिट बिजली पैदा करनी पड़ती है। बिजली पैदा करने में ईंधन लगता है। इसलिए बिजली कम खर्च करके भी ऊर्जा की बचत कर सकते हैं। यही बात पानी के उपयोग पर भी लागू होती है।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने कहा कि मनुष्य जीवन को श्रेष्ठ जीवन माना गया है। कहा जाता है कि मनुष्य जीवन के लिए देवता भी तरसते हैं। इसलिए हमें इसका सदुपयोग करना चाहिए। यह हमारा दायित्व है कि हम प्रकृति की सुरक्षा करें वरना हमारी आने वाली पीढियां हमे माफ नहीं करेंगी। उन्होंने श्री जैन की इस बात का भी समर्थन किया कि यदि हमने ग्रीन गैस उत्सर्जन पर काबू नहीं पाया तो जल्द ही लोगों की पीठ पर आक्सीजन सिलिंडर बंधा हुआ देखने को मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल कोरोना काल में की गई जरूरमंदों की सेवा के लिए माँ शारदा चैरिटेबल ट्रस्ट को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि संस्थाओं के सहयोग के बिना इस विषम स्थिति से निपटना संभव नहीं होता।
आरंभ में संस्था के ट्रस्टी अमित श्रीवास्तव ने ट्रस्ट द्वारा शुरू किये जा रहे स्कूल की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा एक प्रकल्प ‘लिबास’ का संचालन किया जाता है जहां प्रत्येक द्वितीय शनिवार को जरूरतमंदों को वस्त्र, कंबल आदि प्रदान किया जाता है। ट्रस्ट के ही रमेश पटेल ने अपनों का सम्मान अपनों के द्वारा जैसी अद्भुत सोच के लिए संस्था के संस्थापक डॉ संतोष राय को साधुवाद दिया। कार्यक्रम को एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर, फिटजी के संचालक जगदीश तुलसवानी ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण ट्रस्टी सीए प्रवीण बाफना ने दिया।
डॉ संतोष राय ने कहा कि वे स्वयं केवल एक बिंदु स्वरूप हैं जिसे साथियों एवं मार्गदर्शकों का साथ एक लकीर में बदल रहा है। उन्होंने श्री जैन का संक्षिप्त परिचय प्रदान किया। उन्होंने कहा कि श्री जैन ने अपने दीर्घ कर्मजीवन में देश को ऊर्जा संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ाने में महति भूमिका निभाई है। समाजसेवा के क्षेत्र में उनकी भूमिका प्रेरणास्पद है। उन्होंने बताया कि संस्था से आज 75 सदस्य तथा 50 संरक्षक जुड़े हैं। वालंटियर बनने के लिए भी 50 से अधिक आवेदन लंबित हैं।
इस अवसर पर कान-नाक-गला विशेषज्ञ डॉ रतन तिवारी एवं श्रीमती अनामिका तिवारी को ट्रस्ट की सदस्यता प्रदान की गई। साथ ही ट्रस्ट के वालंटियर्स काजल सिंह, अविनाश बघेल, प्रीति शर्मा, किशन मिश्रा, साब्या फिरदौस, अनुष्का पाठक, रितेश राय, तेजस साहू, पारसप्रीत सिंह का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में ट्रस्ट की सदस्य डॉ. मिट्ठू, डॉ राजीव कौरा, केतन ठक्कर ने भी योगदान किया।