दुर्ग। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ट एवं विशाखा समिति के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं के कानूनी अधिकार विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। व्याख्यान के पहले चरण में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में पदस्थ राशुल भावनानी ने अपने व्याख्यान में कहा कि जब तक महिलायें अपने-अपने अधिकारों के प्रति सचेत नहीं होगीं तब तक वे सशक्त नहीं होगी। निडर और सशक्त होने के लिये उन्हें अपनी शक्ति के साथ-साथ अपने अधिकारों को जानना जरूरी हे।