भिलाई। शौच आदि से निवृत्त होने को भारत में नित्यकर्म की संज्ञा दी गई है। मतलब दिन में कम से कम एक बार शौच तो जाना ही चाहिए। पर चिकित्सकों का मानना है कि दिन में तीन बार से लेकर सप्ताह में 3 बार शौच जाना भी स्वाभाविक हो सकता है। शर्त केवल यह है कि मल की रंगत या उसके टेक्सचर में कोई बदलाव नहीं आना चाहिए। इस दिशा में किए गए शोध से कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। वैसे छत्तीसगढ़ में दिन में दो बार शौच जाने की परम्परा है।