भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद महाविद्यालय में आईक्यूएसी एवं एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में कैच द रेन विषय पर अंतर्महाविद्यालय पोस्टर, स्लोगन, वीडियो, सर्वे एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में वर्षाजल की एक-एक बूंद को संग्रहित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम संयोजक डॉ शमा अफरोज बेग ने बताया कि विद्यार्थियों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों की बहुमुखी प्रतिभा को देखते हुए विषयों में विविधता रखी गयी।आईक्यूएसी प्रभारी डॉ निहारिका देवांगन, एनएसएस प्रभारी दीपक सिंग ने बताया कि पानी की समस्या का सबसे अच्छा समाधान वर्षा जल को संग्रहित कर जलस्तर को बढ़ाना है।
प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने बताया कि वर्षा जल के संरक्षण के लिए हमें सरकार पर आश्रित न रहकर व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करने होंगे। युवाओं को प्रेरित कर बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। महाविद्यालय के सीओओ डॉ दीपक शर्मा ने नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश के करीब 60 करोड़ लोगों को पानी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। 75 प्रतिशत आबादी को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है। जल सूचकांक में भारत 120वें स्थान पर है।
हाईड्रो जियो साईंटिस्ट एवं रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सलाहकार विपिन दुबे एवं आईसीआर जीयूएनडीपी छत्तीसगढ़ निकिता मिश्रा ने निर्णायक की जिम्मेदारी ली।
पुरस्कृत प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार हैः.
पोस्टरः. विवेक आनंद-प्रथम, अनिकेत तारजुले एवं मनु सिन्हा द्वितीय तथा आदित्य विश्वकर्मा को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
स्लोगनः लवलीन मानिकपुरी, निखिल शर्मा एवं श्रीजीता दास को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया गया।
डिबेटः प्रथम – फरिहा अंजुम व पलक तिवारी, द्वितीय – कीर्ति गुप्ता व मृदुला नायर।
इंनोवेशन- प्रथम – अरविंद सिंग डहिरे,
वीडियो – प्रथम- अभिषेक राय एवं मिनाती बेहरा, द्वितीय- अनिमेष अधिकारी, तृतीय- एन्नी रॉय
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ शिवानी शर्मा, डॉ रजनी मुदलियार, कृष्णकांत दुबे, डॉ सुनीता वर्मा, मीना मिश्रा, डॉ अजीता सजीत, खूशबू पाठक, डॉ पूनम शुक्ला, बबीता, सुनीता शर्मा, संयुक्ता पाढ़ी का विशेष सहयोग रहा।