भिलाई। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण पखवाड़ा के अवसर पर ऊर्जा का पुनर्रक्षण विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें यूएनडीपी की स्टेट टीम लीडर अनीता मिश्रा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थी। कार्यक्रम में पौधरोपण के साथ ही उन्हें जीवित रखने तथा उनकी सुरक्षा करने पर भी जोर दिया गया।कार्यक्रम प्रभारी डॉ शमा बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि हर वर्ष लाखों संख्या में वृक्ष लगाए जाते हैं पर देखभाल के अभाव में सूख जाते हैं हमें नदी के किनारे वृक्षों को बचाना होगा यह किनारे की मिट्टियों को बांध कर रखते हैं और पर्यावरण की रक्षा करते हैं।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ दीपक शर्मा ने कार्यक्रम आयोजन के लिए बधाई दी व प्रत्येक व्यक्ति को एक वृक्ष लगाने व उसके संरक्षण व संवर्धन की बात कही।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्ष लगाना और उसे बचाना आवश्यक है यह आक्सीजन देने के साथ.साथ पशु पक्षियों के संरक्षण में योगदान देते हैं वृक्षों की अंधाधुंध कटाई के कारण अनेक पशु पक्षी विलुप्त हो गए हैं।
मुख्य वक्ता नमिता मिश्रा ने ऊर्जा का पुनर्रक्षण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा ऊर्जा के संसाधन सीमित है अगर हम ऊर्जा का अंधाधुंध दोहन करते रहे तो स्रोत समाप्त हो जाएंगे। हमें नवीनीकृत साधनों के उपयोग पर बल देना होगा सूर्य ऊर्जा का असीम स्रोत है इसके उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए। पवनए चक्की गोबर गैस आदि को उपयोग में लाने के लिये जागरूकता की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने संधाधनों में कटौती कर ऊर्जा को संचित करना होगा। पानी के संरक्षण हेतु केंन्द्र सरकार द्वारा योजना नमामि गंगे योजना को सफल बनाने के लिये नदियो के पानी को स्वच्छ और पीने योग्य रखना चाहते है तो हमें नदियो के प्रदूषण को रोकने के लिये अपशिष्ट पदार्थो के विसर्जन को रोकना होगा और राज्य सरकार द्वारा नरवा योजना के तहत नालों की सफाई एवं उनका नदियों में समागम करने से पानी के स्त्रोत को बढ़ाया जा सकता है और बारिश के पानी को संचित किया जा सकता है।
मंच संचालन समीक्षा मिश्रा एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर माइक्रो बायोलॉजी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन तुलना साहू ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने सहायक प्राध्यापक राखी अरोरा माइक्रोबायोलॉजी ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम मे महाविद्यालय के प्राध्यायपक एवं छात्र.छात्राए वचुर्वली उपस्थित हुए और उसे सफल बनाये।