भिलाई। टेक्नोलॉजी हमारे काम को आसान बनाने के लिए है। इसकी मदद से घंटों में होने वाले काम चुटकियों में कर सकते हैं। पर जब यही तकनीकी लत बन जाए तो मुसीबत का कारण बन जाती है। ऐसे मामलों में डाक्टरी हस्तक्षेप की जरूरत पड़ती है। यह बातें सेन्ट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेन्टल एंड न्यूरो साइंसेज (सिमहान्स) के निदेशक डॉ प्रमोद गुप्ता ने आज कहीं। वे मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित सेमीनार को संबोधित कर रहे थे।प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डॉ प्रमोद गुप्ता ने कहा, अच्छी बात यह है कि लोगों में मानसिक समस्याओं को लेकर जागरूकता बढ़ी है और लोग डाक्टरी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया का उदाहरण देते हुए कहा कि आज लोग रात को सोने से पहले तक और सुबह उठते ही सबसे पहले सोशल मीडिया चेक करते हैं। दिन में भी काम के बीच-बीच में लगातार सोशल मीडिया चेक करते हैं। जब किसी कारणवश ऐसा करना संभव नहीं होता तो वे टेंशन में आ जाते हैं। अधिकांश डिजिटल गेम्स एडिक्टिव होते हैं और इसे छुड़ाना काफी कठिन होता है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल दुनिया के एडिक्शन से बचने का एक ही तरीका है कि हम स्वयं को अपनी रुचि के कार्यों में व्यस्त रखें। बच्चों को खेलने के लिए बाहर भेजें। दिक्कत यह है कि अधिकांश आधुनिक पेरन्ट्स बच्चों के झंझट से मुक्ति के लिए उनके हाथों में मोबाइल फोन स्वयं थमा देते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल डिटॉक्स ऑज की आवश्यकता बन चुकी है। इसके लिए अपने मोबाइल या अन्य डिजिटल गैजेट को कुछ समय के लिए अपने से दूर करने का अभ्यास करें। याद रखें कि दिन एक हिस्से में ऑफलाइन रहना ही नई लक्जरी है।
इससे पूर्व अपने संबोधन में एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की उप प्राचार्य ऑऱ क्लिनिकल साइकोलॉजी की प्राध्यापक सिजी थॉमस ने मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर सिम्हांस और एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के बच्चों ने कोविड काल में मानसिक समस्याओं पर नाटक भी खेले। महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर, एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, नशामुक्ति काउंसिलर डॉ आभा शशिकुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे। एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य जे डैनियल तमिल सेलवन ने मुख्य वक्ता का स्वागत एवं सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की प्राध्यापक ममता सिन्हा ने किया। व्याख्याता दिशा ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर सिम्हांस की क्लिनिकल एडमिन रोशिता जी पिल्लई, ज्ञानेश्वरी साहू, मृदुला दानी, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट विभा सिंह, सचिन प्रजापति, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की गीता साहू, नेहा देवांगन, रेणुका मजुमदार, दिशा ठाकुर, कविता सिन्हा, अंजलि चन्द्राकर, शिव नारायण साहू, कैलाश साहू, आदि भी उपस्थित थे।