भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के वनस्पतिशास्त्र व जन्तुविज्ञान विभाग द्वारा विद्यार्थियों को पुरानिक फार्म हाऊस राजिम तथा घटारानी शैक्षणिक भ्रमण हेतु ले जाया गया। भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ छ.ग. के सांस्कृतिक वैभव से परिचित कराना है।कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये डॉ. निहारिका देवांगन विभागाध्यक्ष वनस्पतिशास्त्र व स.प्रा. सुनीता शर्मा जन्तुविज्ञान ने बताया विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान देने के लिये शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। क्लास रुम से बाहर निकल प्राकृतिक वातावरण में स्वयंकर सीखते हैं। साथ ही उन्हें सांस्कृतिक धरोहर व प्राकृतिक संपदा की जानकारी प्राप्त होती है।
विद्यार्थियों को सर्व प्रथम मछलीपालन की विधि से अवगत कराया गया। साथ ही विद्यार्थियों ने सिंघाड़े की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त की। महानदी, पैरी, सोंढूर नदी के संगम पर बसे राजीव लोचन मंदिर के दर्शन किये। इसे छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाता था यह मंदिर सातवीं शताब्दी में राजा विलास तंुग द्वारा बनाया गया था। विद्यार्थी छ.ग. की गौरवशाली ऐतिहासिक धरोहर को देख अभिभूत थे।
राजिम के पश्चात् विद्यार्थियों को घटारानी ले जाया गया। जहां संस्कृति वैभव के साथ-साथ विद्यार्थियों ने स्वच्छ जल में पाये जाने वाले एल्गी का अध्ययन किया तथा सैंपल एकत्र किया। यह उनका पाठ्यक्रम का हिस्सा है विद्यार्थी एकत्र सैंपल का प्रयोगशाला में अध्ययन करेंगे व अन्य स्थानों में पाये जाने वाले एल्गी की संरचना की विविधता को समझ पायेंगे।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने विद्यार्थियों को हरी झंडी दिखा रवाना किया व सुविधा उपलब्ध करायी व कहा इस प्रकार के भ्रमण से विद्यार्थी कक्षा से बाहर निकल व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करते हैं इससे उनके अनुभव व निरीक्षण करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने वनस्पति व जन्तु विभाग की सराहना की व सफल यात्रा के लिये शुभकामनायें दी।
शैक्षणिक भ्रमण में डॉ. शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी, डॉ. सुपर्णा श्रीवास्तव स.प्रा. जन्तुविभाग शामिल हुई।