भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में कला संकाय के बी.ए. एवं एम.ए.के विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई में आने वाली समस्याओं के निराकरण, वार्षिक परीक्षा की तैयारी कैसे करें तथा अन्य विषय को लेकर शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच खुली चर्चा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अर्चना झा, डॉ राहुल मेने, डॉ. लक्ष्मी वर्मा, डॉ. महेंद्र शर्मा, आशीष सिह, ज्योति मिश्रा, मीता चुग एवं विभाग के सभी प्राध्यापक उपस्थित थे।
बीए प्रथम वर्ष द्वितीय एवं तृतीय वर्ष तथा एमए अर्थशास्त्र एवं अंग्रेजी साहित्य के सभी विद्यार्थी उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने इस मंच के माध्यम से पढ़ाई में आने वाली समस्याओं एवं वार्षिक परीक्षा की तैयारी जैसी समस्याओ को लेकर अपने प्राध्यापकों से चर्चा की। डॉ. अर्चना झा ने नोट्स बनाने के तरीके, पढ़ाई करने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जब तक अनुशासित होकर पढ़ाई नहीं करेगा अपने लक्ष्य को नहीं पा सकता। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि श्री शंकराचार्य महाविद्यालय.के यू ट्यूब चैनल, स्लाइड शेयर, प्रत्येक कक्षा के विषयवार निर्मित गुगल क्लास रुम मे अपलोड अध्ययन सामग्री तथा विश्वविद्यालय की वेबसाइट में अपलोड स्टडी मटेरियल के माध्यम से अपने परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। डाॕ. लक्ष्मी वर्मा ने वार्षिक परीक्षा की तैयारी के बारे विद्यार्थियों के सवालों का उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले प्रश्न को समझना जरूरी है। प्रश्न को दो बार पढ़ें और समझें। फिर उत्तर लिखें। कई बार ऐसे प्रश्न पूछ दिये जाते हैं जिसकी हमारी तैयारी नहीं होती। ऐसे में घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन प्रश्नों को समझें और मनन करें कि क्या पूछे गए प्रश्न से संबंधित तथ्यों से आपका जीवन प्रभावित हुआ है। विचार करें और फिर उसका बिंदु के माध्यम से उत्तर लिखना प्रारंभ करें। सहा. प्राध्यापक आशीष सिंह ने बताया कि हमारे मन में जब परीक्षा शब्द का डर बैठ जाता है तो हम जो कुछ पढे़ रहते हैं वह भी भूल जाते हैं। कला संकाय में लिखने का प्रैक्टिस जरूरी है। यह आवश्यक नहीं कि बुक में जो उत्तर दिए गए हैं वही लिखना है। आप अपने शब्दों में उत्तर दे सकते हैं।
विभाग के सभी प्राध्यापकों ने अपने विचारों के द्वारा विद्यार्थियों के जो शंका थी उसे दूर किया गया द्य इसप्रकार से कला संकाय के द्वारा विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों के बीच एक खुली चर्चा मंच पाकर बहुत उत्साह के साथ अपने विचार प्रकट किए और अपनी समस्याओं को अपने प्राध्यापकों के समक्ष रखें और प्राध्यापकों ने उनके समस्याओं का समाधान किया। इस सफल कार्यक्रम के लिए महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह, अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने समस्त प्राध्यापको एवं विद्यार्थियों की प्रशंसा की तथा बधाई दी।