भिलाई। एमजे कालेज के इंक्यूबेशन सेल अभिलाषा के अंतर्गत आज “चटखारा” के नाम से एक विक्रय कम प्रदरशनी का आयोजन किया गया। आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को सूक्ष्म तथा लघु उद्योगों के प्रति प्रेरित करना एवं विपणन तकनीकों से अवगत कराना है। इससे पहले केन्द्र का उद्घाटन एमजे कालेज ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र सूर्यवंशी ने फीता काटकर किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने बताया कि अचार, बड़ी और पापड़ आज भी मजबूरी का व्यवसाय बने हुए हैं। कुछ लोगों ने इस क्षेत्र में वाणिज्यिक तौर पर प्रवेश किया है और अच्छी सफलता अर्जित की है। इनमें से कई तो कुछ ही वर्षों में बड़े ब्राण्ड बन चुके हैं। यह रोजगार का एक अच्छा स्रोत हो सकता है।
अभिलाषा सेल की प्रभारी नेहा महाजन ने कहा कि पहले लोग जहां मसाले तथा अचार बड़ी पापड़ घर पर ही तैयार कर लिया करते थे। पर बदलती जीवन शैली और एकल परिवारों में यह संभव नहीं रहा। इसका निर्माण स्वयं, स्व सहायता समूहों के जरिए या महिला समितियों के माध्यम से किया जा सकता है। सेल का उद्देश्य लोगों की इन सारी प्रक्रियाओं से रूबरू कराना है।
इस अवसर पर हाथ से कुटे-पिसे मसाले, अचार एवं अन्य घरेलू उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। इन्हें आकर्षक पैकिंग में उपलब्ध कराया गया था। इन उत्पादों को अच्छा प्रतिसाद मिला और लोगों ने खूब खरीदारी भी की।
कार्यक्रम के सफल संपादन पर महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने अभिलाषा टीम को बधाई दी है।